________________
राजस्थान पुरातत्यान्वेषण मन्दिर हस्तलिखित ग्रंथ सूची, भाग-२, ५-धर्मशास्त्र । मन्या ग्रन्थ नाम
कर्ता आदि ज्ञातव्य
लिपि समय पत्र संख्या
विशेष उल्लेखनीय
७७
६५०७
पराशरमुनि
१५वीं श. १८वीं श.
५ तृतीयाध्यायपर्यन्त
तपाराशरस्मृति व्यासस्मृतिः
" . गृहस्थाहिकम् प्रता
६६१५ ४६२६
५५३ | लि.क.
१८६२
शङ्कर नीलकण्ठ (तनय)
| लि. क. गङ्गाराम । लि. स्था. जयपुर। पत्र ५२ व ३८९से ३६४ तक अप्राप्त । शति में दो तरहफे पत्र हैं। ५१४ रो ५७० तकके पत्र दूसरी प्रकारके व छोटे हैं तथा इनमें पत्र सं. १७० तक स्वतन्त्र संख्या भी
लगी है। ५५२ | पत्र ४७, ४८, १८६ व २२०से
२२३ तक अप्राप्त २० ११वां पन अप्राप्त
८१ ५८२१
| वापिककृत्य
१९वीं श.
४५८४
| विश्वादर्श
कविकान्तसरस्वती मादित्याचार्य- १६७५
सुत
कैवल्येन्द्र सरस्वतीशिष्य
G
६७१६ ४५३६
विश्वेश्चरस्मृति वृद्धशातातपधर्मशास्त्र वैष्णवचर्चा वैष्णवधर्मतत्त्वचिन्तामणि वैष्णवोपयोगीनिर्णय
१८वीं श. १५वीं श. १९वीं श. १८वीं श. १६०५
<
श्रीनिवासाचार्य
<
६२६६
•
रामानचंद्रिकादिके आधार पर संगृहीत
6155
शसस्मृति (शाखशास्त्र)
| शंखप्रोक्त
१८४१