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राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषणमन्दिर-हस्तलिखित ग्रन्थसूची, भाग २, परिशिष्ट-३, इन्द्रगढ़पोथीखानाग्रन्थसूची] क्रमाङ्क ग्रन्यनाम ....
कर्ता भाषा विषय पत्रसंख्या लिपिकाल
- विशेष
६१०-६१६ ३१५-३१७ : ९२०-६२१ ३१७-३१८ ६२२-६२३ ३१८
३३६ फबित् सताराका राजाका ३४० कबित् हरदसाह वुदेलाका ३४१ कवित् प्रातमारांम रूघनाथ
सींघ गोड़ भाखरोत ३४२ कयित् तरवरसाह भाटको ३४३ फबित् घरती चकवहुवाको ३४४ कवित् रूपगाको खोडको ३४५ कवित् प्रसताई देवीदासका
कहा ३४६ कवित् कुडळया गिरधरका
कह्या
६२४-६२५ ३१८-३१६ ६२६-६२७ ३१६ ६२८३१६-३२० ९२६-६३६ ३२०-३२२
६३७-६६६ ३२२-३२६ इसके पश्चात् स्फुटपत्र हैं, उन्हीं पर क्रमशः पत्रसंख्या दी हुई है। अतः गीत संख्या क्रमशः नहीं है
३३०
३३०
| ३४७ गीत अमरसींघजी खातोली
का ठाकुरको ३४८ गीत महाराजा भगतरामजी
को छसर । भख्यारीदास
बागड़ीको कहो ३४६ कवित खटदरसणका भाव
परी छप्प ३५० गीत डोढी अठताळो सदा.
सोको
३३०
पत्र ३३१ से ३३४ तक स्फुट कवित्त दोहे हैं।
३३५