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राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मन्दिर-हस्तलिखित ग्रन्थ सूची, भाग-२, २१-हिन्दी ग्रन्थ ] क्रमाङ्क | ग्रन्थाङ्क
ग्रन्थ नाम
कर्ता आदि ज्ञातव्य
लिपि समय | पत्र संख्या |
विशेष उल्लेखनीय
२१३ | ६७५५
| भक्तमाल टीका
लालदास
१८९३
६६३६
लालदास
१८७०
प्रियादास नारायणदास शिष्य
६५७१
१८६४
१०४ | लि.क. हेमदास, कबीरशाह को
साधक लि.क. गोपालदास अवन्तीमध्ये
शेषशायीमन्दिरे ११६ र.का. सं० १७६६
लि.क. रामकृष्ण महाजन २०५ २७६ १६५ र.का. १७६६
लि. स्था०बदनौर १३२ | लि.फ. शिवरामदास, गङ्गापोल,
जयपुर
१८वों
२१६ २१७
६०५४ ६४४८ ७७३२
भक्तमाल टीका रसबोधिनी भक्तमाल सटीक
प्रियावास
२१६
७८३१
लालदास
२२०
कृष्णदास
चरणदास
६५७६ | भक्तमालमाहात्म्य २२१ ५४२४ । भक्तितरङ्गिणी
| ६८२६ (१) भक्तिपदार्थ ५४१३ | भगवद्गीता भाषा पद्य ७५०८ भगवद्गीता भाषा पद्यानुवाद
भद्रबाहुचरित्र चौपाई
१९वीं १९४१ १६०२ १६०० १७७४
| ६१४८
४० लि.फ, इन्द्र मिश्र, स्थान नगर १-१४४ अन्त में भजन हैं
८६ लि.फ. हरिदास ब्राह्मण, वैराठ ८८ लि.क. डालचंद ब्राह्मण,
शाहगंज दिल्ली र.का. सं० १७७०, कई स्थानों पर प्राचीन पत्रों के स्थान पर नये पन लिखे हुए हैं लिखितं अलवरसहरमध्ये
किशनसिंह सांगानेर के
१८२७
६१५१
| भद्रबाहु चरित्र भाषा
किशनसिंह सिंघवी | किशनसिंह
१९०६ १६०६