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राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मन्दिर-हस्तलिखित ग्रन्थ सूची, भाग-२, २१-हिन्दी ग्रन्थ ]
___कर्ता आदि ज्ञातव्य क्रमाङ्क ग्रन्थाङ्क
ग्रन्थ नाम
[ २१३ विशेष उल्लेखनीय
लिपि समय पत्र संख्या
१२६ । ५३७२
नेहनिदान
रसग्रानन्द
१८६६
वृन्द कवि
१२७ १४४५२ (४०) नैनबत्तीसी १२८ ७७२१(८) प्रकीर्ण कवित्त १२६
७७२० (१६)/ प्रकीर्ण पद १२० | ५४०८ प्रतापविलास
स्वयं कवि द्वारा भरतपुर में
लिखित ४४-४५ | र.का. सं० १७४३ १४३-१४४ ५२ वा
काव्यप्रकाश पर आधारित रसग्रन्थ
१८वीं १८२५ १८वीं १९वीं
बनारसीविलासान्तर्गत वृन्द कवि
१६
प्रबोधपंचाशिका
१३१६२६२ । १३२ ४८०५
पद्माकर भट्ट सुन्दर कवि
२०
प्रबोधपचीसी
१८६३ १९वीं
गोपाल श्रीकृष्ण भट्ट
१८८६ १८वीं १८वीं
२ | कवि खरतरगच्छीयशांतिदास
का शिष्य है ४२-८८ ३५-६४ ४७-४८
५१ सवैया हैं २३-२७ ७५-८०
१९वीं
१३३ | ४२८८(३) प्रल्हादचरित्र १३४ | ५३७१(३) प्रश्नोपनिषत् भाषा १३५ ७७२०(१२) प्रास्ताविक सवैया १३६ | ५२२४. प्रास्ताविक सवैया (प्रश्नोत्तर) १३७ ४३०६ (१२)/ प्रीतिपचीसी १३८ ७४४१(१६) १३९ | ७७४६ (६) १४० ४२६३ (११)/ प्रीतिलता १४१, ४३०६ (६) १४२ | ७४४१(८) १४३ / ४२६३ (८) प्रेमतरङ्गिणी
म. प्रतापसिंहजी
रसराशि म. प्रतापसिंहजी
१६१४ २०वीं १८वीं १९वीं १९१४
१०-१६ १०-१३ ४६-५२ १-२३ | कवि म. प्रतापसिंहका प्राश्रित था
मुरलीधर भट्ट
१८वीं