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राजस्थान पुरातत्त्वान्वेषण मन्दिर-हस्तलिखित ग्रन्य सूची, भाग-२; १६-रसालङ्कार ]
[ १४३
लिपि समय पत्र संख्या
क्रमा
विशेष उल्लेखनीय
कर्ता आदि ज्ञातव्य
ग्रन्थाङ्क
ग्रन्थ नाम
१६वीं
२,६,७ और १३ पृष्ठ नहीं हैं
वाग्भटालंकारवृत्ति विदग्धमुखमण्डन
३५
३४ : ४३०६
६६४५
६६४६ ३७ ७६८७
धर्मदास
१८१२ १८४२
७६६२
॥ सटिप्पण
१६८२
१५
सूर्याष्टमहीभिर्युते विक्रमे लि.क. राधाकृष्ण गुरजी शिवरामसुत लि.क. गङ्गादास हीरानन्दसूरीश्वर शिष्य पल्लीवरपुरे (पाली-मारवाड़) लि.क. शिवनाथ शिवजीरामसुत
६५१६ ६३१०
। ५६०३
" सावचूरि अवचूरिकर्ता प्रज्ञात
१८३६ वृत्तिवातिक
अप्पय्य दीक्षित
१७वीं
१८वीं श्रवणभूषण
नरहरिभट्ट हरिरल्लालनन्दनः । १६वीं (विदग्धमुखमण्डन टीका) साहित्यरत्नाकर (प्रथम तरङ्ग) | श्रीधर्मसुधी पर्वतनाथसुत. १९वीं
पल्लमाम्बागर्भज हारीत गोत्रज |
५३११
वाराणसी में रचित