________________
४]
क्रमांक प्रन्धाक
२१४ | १६०८ | सिद्धान्तचन्द्रिका
1 टिप्परसहित
४६२ | सिद्धान्तचन्द्रिका टिप्पणसहित
२१६ ३३६१ सिद्धान्तचद्रिका तत्वदीपिकाव्याख्या
२१७ | ३५८६ | सिद्धान्तचन्द्रिका पचसंधिव्याख्या
२१५
२११
३३५१ सिद्धान्तचन्द्रिका पूर्वार्ध रामचन्द्राश्रम संस्कृत
सटिप्पण
२१९२ २४४२ सिद्धान्त चन्द्रिका २१३ | ३५८२ | सिद्धान्तचन्द्रिका ख्यातवृत्ति
२२२
1
२२३ ।
ग्रन्थनाम
२४२८
२५२२
२२६
s
=
२२५ | ३३५०
(२)
३५६०
४४७
४३४
राजस्थान पुरातत्वान्वेषण मन्दिर
रघुनाथ
२१८ | ३५७७ | सिद्धान्तचन्द्रिकाव्या- | सदानद ख्या सटिप्पण पूर्वार्ध
।
२१६ | ३५७= | सिद्धान्त चन्द्रिकाव्याख्या सटिपण उत्तरार्ध
२२० | ३३६= | सिद्धान्तचन्द्रिका
टिप्पण पूर्वार्ध
२२१ । ३३६६ सिद्धान्तचन्द्रिका टिप्पण उत्तरार्ध
२२४ | २४२६ सिद्धान्तचन्द्रिका सुवो
धिनीवृत्ति उत्तरार्ध सेट्अनिट्कारिका
1
स्यादिशब्दसमुच्चय
मधातुपाट हम धातुपाठ मावचूरि
पचपाठ
३३६५ हेमवानुपारायग
}
**
२३० १६१६ हेमविभ्रम
कर्त्ता भाषा
रामाश्रम
शङ्कर
रामाश्रम
रामचन्द्राश्रम |
शकर
' सिद्धान्तचन्द्रिका सुवो ! महानद धिनीवृत्ति पूर्वार्ध सिद्धान्तचन्द्रिका सुवोधिनीवृत्ति उत्तरार्ध
1
"
रामचन्द्राश्रम |
25
""
""
अमरचन्द्र
हेमचन्द्र
11
देवसूरिशिष्य
"
59
"
36
"
"
""
"
در
31
"
99
ܕܙ
ار
"
"
"
"
"
लिपि -
समय
१७५५
१७६५
१९०६
| १७५३
| १६०२
पत्र
सख्या
२४
७१
४१
१८वींश. १०१
१८वी श.
| १८वीं श.
敬
८२
१८४७
१५त्रीं श. (१५वीं श.
।
४२
Ξε
१६०२ ११४
| १८६२ | ४=
१८६१
१६वीं श| १२४
१६२१ १२५
| १६वीं श. १२७
1
१७वीं श' ७ वॉ
६
1
१७वीं श| १२७
१५वीं श. ४
विशेष
योधदुर्ग में लिखित |
सं० १७४१ में रचित, रियां में लिखित |
सेरगढ़ में लिखित |
सुरगढ़ में लिखित |
39
""
२ मरतबिंदर में लिखित ।
३
माम मे लिखित