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________________ (१०) व्याकरणग्रन्थाः - - - - - - -- - - - - - - - - - - - - - - - - - -- - लिपि- क्रमांक ग्रन्थाङ्का ग्रन्थनाम कर्ता भापा पत्रसंख्या विशेष समय MKocW. tal ४५७ | अनिटकारिका संस्कृत १७६५ | २४२५ अनिट्कारिका १६वीं श. ६ ४४८ अनिटधातुसग्रह १७वीं श. ३ २४४० | अव्ययार्थाः , २०वीं श. ५ ३५८५ | आख्यातवृत्ति १८२५ ११ | मेदिनीपुर में लिखित | उक्तिरत्नाकर । साधुसुन्दर सस्कृत १८७६ राज० गू उक्तिरत्नाकर संस्कृत | १६६४, १६ राज० गू० २६४८ उक्तिसंग्रह भाष्य तिलक पण्डित संस्कृत १६वीं श. १२ (फोटोकापी) राज० गू १८४६ उपादिप्रयोगव्युत्पत्ति । संस्कृत | १८६६ २१ ४४३ | एकादिशतान्तशब्द सहजकीर्ति , १७वीं श. २ साघनिका औक्तिक (फोटोकापी) । सोमप्रभ सस्कृत १६वीं श. १०प्लेट राज० गू० श्रानन्दसुन्दर | आनन्दसुन्दर संस्कृत १७वीं श. १४प्लेट राज० गू० औजढत् साधना सस्कृत १८वीं श. १ ३४०७ कविकल्पद्म (धातु- बोपदेव १६३१ । १६ | श्रीकारी सन्निवेश पाठ) | मे लिखित । कातंत्रधातुपाठ १८५७/ १-२ भुजनगर मे लिखित । ४३० ४५४ ५० कातत्रविभ्रम । १७वीं श २८ कातंत्रविभ्रम - - - - - -
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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