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६२)
राजस्थान पुरातत्वान्वेषण मन्दिर
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क्रमांक ग्रन्थाङ्क:
ग्रन्थनाम
कर्त्ता
विशेप
लिपिभापा
| समय
पत्रसंख्या
१६० / १८८३ रेणुकामाहात्म्य
संस्कृत | १६४६
४२
पत्र ३रा अप्राप्त स्कन्दपुराणगत
१६२
१८.२
८७ १६वीं श. ३६ " ५४
(४+६)
शिवपुराणगत स्कन्दपुराणगत
२०,"
स्कन्दपुराणगत
| २८२५ लघुनारदीयपुराण
२८३६ | वायवीयसहिता १६३ वासुदेवमाहात्म्य
टिप्पणसहित १६४ | ४४ | व्यतिपातमाहात्म्य १६५ | २८४३ शिवपुराण
३२१५ शिवपुराण १६७ २८४० शिवमाहात्म्य १६८ २८४१
शिवमाहात्म्य २८४२ शिवसंहिता
१६६
१८६६ १२६ १६वीं श,
७४
१६६
स्कन्दपुराणगत स्कन्दपुराणगत
आदिपुराणगत दक्षकाण्डपर्यन्त। श्रामरकाएट वीरमाहेन्द्रकाण्ड
1 २८४४ शिवसाहता
१
१७२
१७० | २८४५ | शिवसंहिता
(शंकरसहिता) | २८४६ शिवसंहिता २८४७ | शिवसहिता ०८४८ शिवसंहिता २८४६ शिवसहिता २३७६ | सप्तश्लोकीगीता
rics
१७४
युद्धकाण्ड १८६५ १४० सम्भवकाण्ड १६वीं श २६ - देवकाण्ड
१८६६ २११ । उपदेशकान्ड २८वीं श.१५से१२.
१७५
६००
सप्तश्लोकीगीता
१८२५
१२वॉ
१७.
२६०१ | सप्तश्लोकीगीता
१८२३ ११वाँ
१७
| तुलसीदास
१८०
ब्रहि० १६वीं श. ५.
१८८७, ७ सं० १८वीं श. ६२
४५
६०१ सार गीता (गद्य)
सूर्यपुराण (कथा) | स्कन्दपुराण । ब्रह्मोत्तरखण्ड हरिवंश हरिविजयग्रन्य प्रथमाध्याय हरिविजयमन्ध द्वितीया याय
, १५० | ४५५ महाराष्ट्री, १६वीं श. ८
१८३
ब्रह्मानन्द
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