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क्रमांक ग्रन्थाङ्क
το
७७४ | त्रिकालसन्ध्या
८१ ७७७ त्रिकालसन्ध्या २७१८ त्रिकालसन्ध्या
८३ | २७१६ |त्रिकालसन्ध्या
८४
८५
२८०० | त्रिकालसन्ध्या १३१० त्रिपुण्डधारणविधि ८६ | २६६१ त्रिपुण्ड्रप्रमाण (पुराणोक्त) २२६५ | दक्षिणकाली पूजा छ्द २३७ | दर्शपूर्णमासी विधान १३०३ | दर्शपौर्णमासेष्टि ३३०६ दर्शश्राद्धपद्धति
८७
ग्रन्थनाम
५५
८६
६०
६१ | १४४६ | दशाह श्राद्धविधि १३११ | दिक्पालपूजाविधि ६३ | १३१६ | दिक्पालबलिदानविधि
६२
६४
१३७० दिक्पालवलिदानविधि
६५
१४१२ | दीपदानप्रयोग
६६ १७६६ | दीपमालापूजनप्रकार
६७
६८
६६
१२१७ | दूर्वात्रिरात्र
१३७१ | मानसीपूजा ३६६ | द्वात्रिंशदेवतास्थापनविधि
१०० | १४६८ | द्वादशाहकृत्य
१०१ | २६६४ | नवरात्रित्रतपूजाविधि नागवलि
१०२ १३००
१०३
१६४६ ! नारदपंचरात्र पटल
(२३-२४)
१०४ | १२७६ |नित्यतर्पण १०५ | २८३२ | नित्यतर्पण
(5)
२०६
१०६ | १४४२ | नित्यतर्पणविधि १०७ १४८० नियममोचनविधि
१०८ ! २७३४ | पंचदेवताश्राद्ध, एका
(२)
दशश्राद्ध तथा षोडशश्राद्ध परिणयनविधि
'कर्मका
• कर्त्ता
शङ्कराचार्य
भाषा
संस्कृत १६वीं श.
२०वीं श.
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39
"
9
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29
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35
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15
35
55
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33
35
35
संस्कृत
دو
33
22
59
लिपि -
पत्र
समय संख्या
"
१८७३
१८७७
१८६६
१८७८ -
१६३५ २०वीं श.
| १६वीं श.
""
१८४४
१६०६
१६वीं श.
27
27
१८७४
१८६६
| १६वीं श.
"
"
""
39
37
१८५६
२०वीं श.
१६वीं श
१८३७
२०वीं श
१६१६
१६१८
१८६५
1
१६वीं श.
४
५
४
४
२
३
४७
७
५
४
८
१२
३
८
१६
9
१८६८ १६
१७७४ १०२- गुटका
१०३
06
A
४
विशेष
कृष्णगढ़ में लिखित
मेड़ता में लिखित
हरिदुर्ग में लिखित
कात्यायनोक्त
वृद्धशौनकोक्क
[ ४५
पुष्करारण्य क्षेत्र मे लिखित |