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१६]
राजस्थान पुरातत्वान्वेषण मन्दिर
पत्र
लिपिसमय ! सख्या
भाषा
कर्ता
विशेप
ग्रन्थनाम
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
-
३३२
३६८९
शिवमहिम्नःस्तोत्र
पुष्पदन्त
संस्कृत १८वीं श. १-२
१८वीं श. २२
३३३ ।
१६वीं श. १६
७७८ शिवमहिम्नःस्तोत्र
पजिका टीका ३३४ - १७६४ शिवमहिम्नःस्तोत्र-
सटीक ३३५ | ३२९७
शिवमहिम्नःस्तोत्र। सटीक
मू० पुष्पदन्त , टी०अहोवल(?)
१६०७
१६वीं श.
५ स्कन्दपुराणगत ।
लिंगपुराणगत
२रा पत्र अप्राप्त । २१ ।
३३६
१६वीं श.
२१
३३६
| ३१४० | शिववर्मकवच - ३३७ ८०० | शिवसहस्रनामस्तोत्र ३३८ शिवसहस्रनामस्तोत्र | ८०३ शिवसहस्रनामस्तोत्र
श्रादि १ शिवसहस्रनाम २ शिवकवच, ३ शिवताण्डव, ४ शिवस्तोत्र, ५ अपराधस्तोत्र, ६ पचवक्त्रस्तुति, ७ परिपद स्तोत्र, ८ अगस्त्याटक, ६ देवीस्तोत्र, १०
शिवस्तोत्र। १३४२ शिवस्तुति
व्यास | २६६० शिवस्तोत्र
रामानन्द
सरस्वती २६६७ / शिवस्तोत्र
उपमन्यु | शिवस्तोत्र
शङ्कराचार्य २६४५ शिवापराधस्तोत्र
| शङ्कराचार्य
१८१० | १६२२
५ | सूतसंहितागत
कृष्णगढ़ में लिखित
३४३ २०२०
सस्कृत
१८८३ | सस्कृत १६वीं श. १ | १९२७ ४ | अजयनगर में
लिखित । | १६१६ ३ अजमेर मे लिखित । १४वीं श.२१-२३
२६६५ ! शिवापराधस्तोत्र ३४६ | २३०६ शिवाष्टक
| ३५६७ शिवाष्टक शिवस्तोत्र ३४८ , १३८४ शिवाष्टकस्तोत्र
शङ्कराचार्य
| १८१३ ७-६ | मेडता मे लिखित
अगस्तिमुनि
१६वीं श.
१