________________
१३२ }
राजस्थान पुरातत्यान्वेषण मन्दिर
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
प्रन्थनाम
कर्ता
भाषा
लिपि- पत्र
_ विशेष समय | संख्या ।
am & 06
६३ / १०८ गीतगोविन्द वालाव- । मू. जयदेव मू सं.बा. १८वीं श. वोधसहित
रागु० १७०२ घटखपरकाव्य सटीक
| सं० १८७५ २४६६ घटखपरकाव्य सटीक
| " १७वीं श त्रिपाठ ३४११ | घटखर्परकाव्य सटीक | मू कालीदास " १८वीं श
टी शंकरसूरि ३४१६ घटखर्परकाव्य सटीक मू कालीदास " १७वीं श २३६२ जगनबत्तीसी जगन पुष्करणा व्र० हि० १७७६ (१०) १५३१ दमयंतीकथा चम्पू
त्रिविक्रमभट्ट सं० | १५१८ दमयंतीकथा चम्पू त्रिविक्रमभट्ट
१६वीं श दमयंतीकथा चम्पू त्रिविक्रमभट्ट
| १४६१ १६६२ दशावतारवर्णन
१७वीं श (खण्ड प्रशस्ति (1) २१६१ दुगोलीगांवरी गजल | अर्जुनचन्द्र । . १६३४ | दुर्घटकाव्य सटीक
१७७६
८ राजाराम रघुवीर
की बत्तीसी
१६६४ १९६५
७५ ५५
शोधित प्रति है। सिरोही में लिखित।
५ रचना सं. १९२६
अहम्मदपुर में लिखित ।
१८८६
दुर्घटकाव्य (दशावतार स्तुति) सटीक त्रिपाठ दूतागढ़ नाटक दूतांगद नाटक दूतागद नाटक नखशिख वर्णन
३२८६
।
सुभट सुभट कवि सुभट कवि केशवदास
" १५वीं श ४ " १७वीं श ४
१८५० ६ नागपुर में लिखित। वहि० १८वीं श६०-१०६
U
-
३६८४ नखशिख वर्णन सार्थ मू. केशवदासमूब हि. १७५६ | २३ रसिकप्रियान्तर्गत
अरा
वालोत्तरानगर में
लिखित । नलोदय
सं. १७२८ ७ ३०-३ नवरत्नकाव्य
"१वीं श २ 1३५६६ नवरसकाव्य
नारायणदास गू०१७वीं श८-२६
भरुची २५०६ नगराजशतक
नागराज
सं०१६वीं श ११ १८ नीतिमजरी
सवाई प्रताप हि० १६वीं श.६३-७३
रिनीतिशतक 1 (२४) सिंहजी
पर भापा काव्य।