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राजस्थान पुरातत्वान्वेषण मन्दिर
क्रमांक ग्रन्थाङ्क
ग्रन्थनाम
कर्ता
भापा
लिपि- पत्रसमय संख्या
विशेष
| ३२१४ ग्रहलाघवसारणीविधि
६२८ | ग्रहशीघ्रसिद्धि
रागु० १६२८
त्रिविक्रमदैवज्ञ
सं०
१८८४
भाथोला में लिखित स० १७७६ में नलिनीपुर में रचित ।
१०३
महादेव
१८वीं श. " ,
२ २
१०४
१०५
१५६० ग्रहसिद्धिप्रकरण २००० | ग्रहसिद्धिप्रकरण ३२४८ ग्रहस्पएकरणविधि १९८३ चक्रावली २८६३ चतुरक्षरपासाकेवली (६१)
१८२ १६२२ | ११५से राजलदेसर ग्राम मे ।
| मुनि हीरकलश ने
लिखी। रागु० १७वीं श. ६ वां
१०२८
२८६३ चद्रगुप्तस्वप्नफल (१३) ६६१ चन्द्रग्रहणाधिकार
१०६
करणकेशरी से उद्व त। करणकेशरीगत ।
६८७
१८वीं श
८
१७वीं श
A
चन्द्रविग्रहणटिप्प
गोदाहरण १११ | २८६३ चद्रराशिनिरूपण आदि
(१७) ११२ ३८०६ चद्रसूर्यग्रहण सुगमप्रकार ११३ , २२४ चद्रार्कीसूत्र दिनकर ११४ २५८४ | चद्रार्की ११५ | ३२५३ / चंद्रार्की ११६ | ३८१५ चद्रार्की ११७ : २५८२ चद्रार्की टीका
१४वीं श
१९०४ १६वीं श
१८२८
मोढज्ञातीय दिनकर कृत चद्रार्की की टीका है।
१७८७ । १६वी श
२५
११८ ३१४१ चद्रोन्मीलन ११६ | ६६३ | चमत्कारचिन्तामणि | नारायण १२० | ११६२ | चमत्कारचिन्तामणि । वैद्यनाथ १२१ ३१२८ चमत्कारचिन्तामणि १२२ | ३७६८ चमत्कारचिन्तामणि | चमत्कारचिन्तामणि
| मू० नारायण सटीक
टी० धर्मेश्वर
8वीं श
१८६० १६१२
६ | वगडीद्र ग में लिखित
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