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________________ T A क्रमांक ग्रन्थाङ्क १ ६३५ | अकडमचक्र २ | २५४५ | अकडमचक्रविधि 6 ू ३ | २५६७ | अकडमचक्रविधि ४ १७६७ | अक्षयतृतीयाविचारादि ५ | ३८०२ | अक्षरचूडामणि ६ ६२१ अयोदय तथा शुक्रोदय विचार ८ (c ग्रन्थनाम १० (१२) ज्योतिष - गणितादि १७६४ अङ्गविद्या २८६३ | अङ्गविद्या (७६) ११२३ अङ्गस्फुरण विचार (१७) २८६३ | अधिकमासविचारादि (१११) ११ | ३७४२ | अबयदीशकुनावली १२ | ३७५८ वयदीशकुनावली १३ ३७२१ अयनांशकरणविधिश्रादि १४ | १७५३ | अर्धकाण्ड १५ | २६४४ अर्घकाण्ड १६ | ३७७६ | अर्घकाण्ड २० | अर्धदीपक १७ १८ | २८६३ | अर्धप्रकरणवर्णन (४६) १६ २८६३ श्रश्लेपाविचार (६५) कर्त्ता सतोदास हेमप्रभ भाषा संस्कृत १७०७ १८३३ २०वीं श. १६वीं श. 39 "" रा०गु० सं० रा० गु० स० 33 34 " लिपि - समय ر "3 १८वीं श. ११वीं श. सं०रा० गू० रा० १८वीं श हि० 99 11 सं० 36 १८८२ रा०गु० १६वीं श. " संस्कृत १८वीं श १ " 13 १७वी श. १४१वां " A १६वीं श. | १८र्वी श. १६वीं श. " पत्र संख्या १ १ M1043 " १ १ वां १६८वां o x x x x we so ३ २४ ३ १४ १५ |रा० गु० १७औँ श. वां १३२वां १६ १४ विशेष सूरत में लिखित उदेपुर में लिखित | विक्रमपुर में लिखित किंचित् अपूर्ण पत्र ६ ठा अप्राप्त । पत्र १३ वां प्राप्त | धान्यादि मूल्य के विषय में हानि वृद्धि द्योतकप्रकरण हैं ।
SR No.010607
Book TitleHastlikhit Granth Suchi Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherRajasthan Puratattvanveshan Mandir
Publication Year1956
Total Pages337
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size12 MB
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