________________
[ १३१
राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची].
विशेष विवरण आदि
कर्ता
लिपिसमय पत्रसंख्या
.:' - ग्रन्थनाम
क्रमाङ्क
१०
-
लि.क.-महादेव ब्राह्मण । नीमकायाणा ग्रामे। सुन्दर लिखित एवं शोभन पत्र
"
११-१२
| लि.क.-पीताम्बर, वाराणसी मध्ये।
३८५ / अध्यात्मचिन्तास्तोत्रव्याख्यान:.. वरदराज
१९वी.श.७१ ३८६ | मूलसूत्र (पञ्चमाध्याय)
ब्रह्मसंहितायां भगवत्सि- १७३२
द्धान्तसंग्रहगत ३८७ (२) गुरुपरम्परास्तोत्र | हरिव्यासदेव सूचित
५-६ (१) निम्बार्कपद्धति मंत्रव्याख्यातविधि | सनत्कुमारनारदसंवाद ३८८ (१) विष्णोःस्थानाष्टोत्तरशतनामस्तोत्र
१८वीं श.१-५ (२) गुरपरम्परा (रामानुजीय) स्तोत्र ३८६ आदित्यहृदयस्तोत्र
भविष्योत्तरपुराणगत
२२
१९वी.श. ३२ ३९१ सप्तशती दुर्गास्तोत्र
| मार्कण्डेयपुराणगत १८वी.श. १.०३ ३६२ श्रीकृष्णलहरी
।
१९वीं.श.८ ३६३ | इन्द्राक्षीस्तोत्र .
पद्मपुराणे इन्द्रप्रोस्त . । १६२७२० ३६४ पुरुषोत्तमसहस्रनाम
वैश्वानरप्रोक्त | १९२३ ३३. ३९५ राधारससुधानिधिस्तव
गोविन्दस्वामी (गोस्वामी | १६वीं.श. ७० ।
हितहरिवंश) ३९६ | गङ्गाष्टक
वाल्मीकि, ३६७ (१) आदित्यहृदयस्तोत्र
रामायणे युद्धकाण्डे अग-
स्त्यप्रोक्त (२) विष्णुषट्पदी. शङ्कराचार्य
४ था (३) संकष्टनाशन श्रीलक्ष्मीनृसिंहस्तोत्र (४) हरिहरात्मकस्तोत्र
७-वां
लि.क.-रूड़मल पुजारी, विलोंछी ग्राम ।
, गोपीनाथ व्यास
-