SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 140
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ . राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची] [ १२० विशेष विवरण प्रादि कर्ता लिपिसमय पत्रसंख्या ग्रन्थनाम कमाझ २०वी.श. २६ पेज पासीया बुधा २७५ / कवितासंग्रह लि.क.-गोपीचन्द शर्मा, जयपुर (?) | इस संग्रहमें जोधपुरके राव सरदारोंके गीतोंके अतिरिक्त दो कृतियां लिखित हैं। इनमें १ तो 'द्वावैत' महाराजा मानसिंह, जोधपुरको है जिसमें तत्कालीन महामन्दिर, जोधपुरका | इतिहास वणित है। दूसरो कृति 'सूर-दातारो : समवादो' नामक है। इसमें सूर और दाताके प्रश्नोत्तर हैं। (सं.) लि.क.-गोपीचन्द शर्मा, जयपुर। जयपुरनिवासी चौवे सूर्यनारायणजीको प्रतिसे | लिपीकृत। श्रीपुरोहितजी द्वारा सुसम्पादित प्रति । (सं.) २७६ | पिंगलग्रन्थ दामोदर (?) १९८६१६, २७७ बांकीदास-ग्रन्थावली सटीक मू. बांकीदास | २०वी.श. ३३ ,, टी. कविया मुरारिदान । २-४ (१) जेहल जसजडाव (२) भुरजालभूषण (३) मोहमर्दनदर्पण (४) गङ्गालहरी (५) मावडियामिजाज (६) वेस्यावार्ता : (७) चुगलमुषचपेटका (८) कुफविबत्तीसी (६) कृपणदर्पण ११-१२ १२-१४
SR No.010606
Book TitleVidyabhushan Granth Sangraha Suchi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGopalnarayan Bahura, Lakshminarayan Goswami
PublisherRajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur
Publication Year1961
Total Pages225
LanguageHindi
ClassificationCatalogue
File Size9 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy