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राजस्थान प्राच्यविद्याप्रतिष्ठान-विद्याभूषण-ग्रन्थ-संग्रह-सूची ]
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ग्रन्थनाम
क्रमाङ्क
| पत्रसंख्या
.: . कर्ता
विशेष विवरण आदि
:
२५६ चित्रामनी
सेख फरीद . २०वीं.श. २ २६०
नारायणदास २६१ / नवरत्नकाव्य (भाषापद्यानुवाद एवं
स्वर्गीय पुरोहित श्रीहरिनारायणजी द्वारा । भाषासहित)
संगृहीत एवं सुसम्पादित प्रति है। (सं.) मंत्रगणना
अजमेरके वैदिकयंत्रालय द्वारा मुद्रित ऋग्वेद
संहिताके मंत्रोंकी गणना। २६३ (१) कृपणपचीसी ..
कविराजा बांकीदास (२). " . २६४ / कवित्तसंग्रह ..
कवि प्यारेलालजीकी जीर्ण प्रतिसे लिपीकृत। • २६५. शिवशतक (अपूर्ण)
४ पेज . हर्षनाथ (सीकर) शिव भगवान्की स्तुति एवं
प्रशस्तिपरक है । (सं.) . २६६ (१) पद्मनाथ-देवालयप्रशस्तिशतकम् | मणिकण्ठकवि (गोविन्द- . १६६४ ७ , रचना-११५० । पद्मनाथ देवालयमें देवस्वाभिकविसून, कवीन्द्ररामपौत्र
पुत्र पद्मशिल्पी सिंहवाज एवं माहुल शिल्पी द्वारा शिलामें उत्कीर्ण। लि.क. गोपीचन्द
शर्मा जयपुर । कुल ११२ श्लोक हैं । (सं.) (२) ,... "
" " ..२०वी.श. १२ । २६७ शिलालेख-प्रतिलिपिसंग्रह
इनकी विगत पुरोहितजीको सूचीमें नहीं है ।(सं.) (१) हनुमतबाडीके उत्तर दरवाजे .. ...
१. ... ... संवत् १८०३ में उत्कीर्ण । . . . के पूरवके कोण पर लगा शिला- --
. .. . | १३ श्लोकात्मक लेख उत्कीर्ण है। . लेख एवं तोरमाणका शिलालेख (२) चाटसका शिलालेख भानु (बालादित्य)
३ - ३८३ श्लोकात्मक प्रशस्ति सूत्रधार रजुकसुत....
। भाइ (र)ल द्वारा उत्कीर्ण ।
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