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हरिवंशपुराण (भा. ज्ञानपीठ) 1/34 कुवलयमाला अनुच्छेद 6, पृष्ठ 4
जैन साहित्य और इतिहास, पृष्ठ 273
तीर्थंकर महावीर और उनकी आचार्य परम्परा, भाग 2 पृष्ठ 276 'आसीदिन्द्र गुरोर्दिवाकरयतिः शिष्योस्य चार्हन्मुनिस्तस्माल्लक्ष्मणसेनसन्मुनिरदः शिष्यो रविस्तु स्मृतम् ।।' - पद्मचरित 123/168 ती. म. और उनकी आचार्य परम्परा भाग 2, पृष्ठ 277 पद्मपुराण और रामचरित मानस (दिल्ली 1974) पृष्ठ 11-12
(10) 'पद्मचरित' (मूलमात्र) पृष्ठ 2.3
(12)
( 13 )
जैन साहित्य और हतिहास, पृष्ठ 273
पद्मपुराण 1 / 16
वही 123 / 182 आदि
( 14 ) पद्मपुराण 1/41-42
(15) वही 123 / 167
( 16 ) 'वड्ढमाण-मुह-कुहरविणिग्गय/रामकहाणए एह कमागय पच्छइ इदंभूइ आरिएं। पुणु धम्मेण गुणालंकरिएं। पुणु पहवे संसाराराएं । कित्तिहरेण अवुत्तरवाएं। पुणु रविषेणायरियपयाएं । बुद्धिए अवगाहिय कइराएं | - पउमचरियं
( 17 ) पद्मचरित 1 / 43-44
(18) वही 1 / 45-47 (19) वही 21 / 1 (20) वही 35/44 (21) वही 73/99-102 (22) वही 6/214 (23) वही 43/38 (24) वही 5/378 (25) वही 7 / 222 (26) वही पर्व 26 (27) वही पर्व 31 (28) वही 9/85-90 (29) वही 46/65-68 (30) वही 76/28-34 (31) वही 100/21 (32) 'पद्मपुराण एवं रामचरित मानस', 'डॉ रमाकान्त शुक्ल पृष्ठ' च (33) वही 1/25-26
अध्यक्ष संस्कृत विभाग श्री कुन्दकुन्द जैन कॉलेज
(उ.प्र.)
खतौली
प्रशममूर्ति आचार्य शान्तिसागर छाणी स्मृति ग्रन्थ
डॉ. कपूरचंद जैन
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