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श्रीमद्देवचन्द्रजी रचित विहरमान जिन स्तवन - वीशी सार्थ
परमपूज्या श्रीमती प्रवर्तिनी मुत्र श्रीजी महाराज' साहब की शिष्या जतनश्रीजी महाराज व विज्ञान श्रीजी महाराज के उपदेश से
प्रकाशक
सुखसागर सुवरण भण्डार महावीर मण्डल, बीकानेर
वीर संवत
२४७३
प्रथमावृत्ति १०००
विक्रम संवन २००७
सुख संवत
६५
मूल्य २).