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________________ ३४४ (धातुपाठः) पिष्ल पथि पद पद (भ्वा. भा. से.) ९ (भ्वा. प. अ) ९०७ ध्वज (भ्वा. प.से.) २२१ ध्वजि (भ्वा. प से.) २२२ ध्वण (भ्वा प से.) ५३ ध्वन (भ्वा प से ) ८१६ ध्वन (भ्वा. प. से ) ८१८ ध्वन (चु उ से ) १८९० ध्वनि (पा )( भ्वा. प. से.) ८१६ ध्वन्सु (भ्वा. आ. से ) ७५५ ध्वाक्षि (भ्वा. प से.) ६७२ (भ्वा. प. अ.) ९३९ नक्क (चु. प. से.) १५९४ (चु. प. से.) १५४६ नट (भ्वा. प. से.) ६७ (भ्वा. प से.) नल १८०३ नाथू (भ्वा. आ. से.) नाधृ (भ्वा. आ. से.) नट पण (भ्वा. आ से.) " पत (चु उ से.) १८६२ पत्ल (भ्वा प से.) १५ पथ (पा.) (च. प से.) १५५५ (च प. से ) १५७६ पथे (भ्वा प. से.) ८७ (दि. आ. अ.) ११७० (चु. आ से ) १८९९ (भ्वा. आ से.) ४. (भ्वा आ से ) ७६ (च उ से ) १९४० (भ्वा. आ से.) २९ (भ्वा. प से ) १२ पर्व (भ्वा प से.) १६ (भ्वा. प से.) ५७७ पल ( भ्वा प से ) ८३९ पल्पूल (च उ से.) १८८२ पश से ) १७२० (च. उ. से.) १८६३ (चु. प से.) १६१७ पा अ) ९२५ (अ प. अ.) १०५६ पार (च उ.से ) १९१२ पाल से ) १६१० पि अ ) १०६ पिछ (च प से ) १५७७ पिज (पा.) (चु. प. से.) १५६८ पिजि (अ आ. से.) १०२८ पिजि (चु. प से.) १५६८ पिजि (चु. उ. से ) १७५८ (भ्वा. प. से.) ११ (भ्वा. प से.) ३९ पिडि (भ्वा. आ से ) २७४ पिडि (चु प. से.) १६७० (भ्वा. प. से ) ५८८ (तु. प. से.) १३० पिष्ट (रु. प. से.) १५३ पष पसि निवास (भ्वा प. निष्क पा नील नृती 44 AAAAAA (चु. आ से.) ६८७ (भ्वा प. से.) ५२२ (दि. प. से ) १११६ (भ्वा. प. से ) ८०९ (क्या. प से.) १४९६ (चु. प. से.) १५५१ (भ्वा. प. से.) २९६ (चु. उ. से) १७५३ (चु. उ से.) १८५७ (भ्वा. प से) ७० (भ्वा. आ. से.) २८१ (चु. प से.) १६१६ (भ्वा. उ. अ.) ९९६ (भ्वा आ से.) १७४ (चु. प. से ) १६५२ (चु. प. से.) १५७७ | पिट पिट पठ पडि पडि ) पच पचि पचि पछि पिवि पिश
SR No.010557
Book TitlePaniniyasutra Pathasya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSiddheshwar Shastri
PublisherBhandarkar Prachya Vidya Sanshodhan Mandir
Publication Year1935
Total Pages737
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size54 MB
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