________________
Ramana
करावनो। शृंगार भोग, झारी, बीड़ा धरिये। वस्त्र सुपेत, केसरी, छापाको पिछोड़ा, कुल्हे सुपेत अक्षयतृतीयाकी जोड़ चन्द्रका ३को। आभरण मोतीको ॥ । गोपीवल्लभमें उत्सव भोगकी सामग्री।
सतुआके लडुआ, बीजके चिरोंजीके लडुवा । धोई दार, अंकूरी, आँवा, पणो दोऊओर तर मेवा परि धूप, दीप, तुलसी-| शंखोदक करनो। और उत्सवभोग गोपीवल्लभभोग भेलो आवे।। और वाकी सामग्री राजभोगमें आवे। और सतुआ पोरयो अक्षय तृतीया प्रमाणे । दहीभात, शिखरनभात, राधाष्टमी प्रमाण । भुजेना २ शाक २ बूंदीछूटी । छाछि बूंदीकी, बीजके लडुवाके बीज सेर १ चिरोंजी सेरऽ१ दोऊनकी खाँड़ सेर २ इलायची मासा २ बरास रत्ती पणो दोय तरहके। अक्षयतृतीयाते दूने। अंकूरीकी मूंग सेर 5१० खोपरा 5= बरफी सेर 55 बासोंदी सेर ३१ खट्टो मीठो दही । आँब ३०० फल फूल भुजे मेवा, अक्षयतृतीयाप्रमाणे भंडार के सबतरहके । बड़ाकी छाछि। ताकी पीठी सेर ॥ पी सेरऽ। उत्सबके सघाने ये सब राजभोगमें आवें । बीड़ा ४ अधकीमें आवे । साँझको छोंकी अंकूरी अरोगे। और नित्यकी रीतसे दार कच्ची नित्य आवे सो रथयात्राताई और रथयात्रा ते जन्माष्टमीताई छुकी आवे ॥
आषाढ वदि २ वस्त्र सुपेद श्याम छापाके बड़ो पिछोड़ा। पाग गोल॥
आषाढ वदि ३ लाल टपकीको सुपेत पिछोड़ा पाग छज्जेदार॥
आषाढ यदि ४ श्याम टिबकीको श्वेत पिछोड़ा। मंगल भोगमें सिखरन । फेनारोटी शिखरनको दही सेर ऽ३ बूरो सेर । १॥ गुलाबजल इलायची मासा ४ बरास रत्ती ३ रोटीको चून
mms