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- पौष वदि ७ वस्त्र बेलदार साटनके । बागो घेरदार । पाग गोल । ठाड़े वस्त्र लाल । सामग्री मदनमोदक मैदा सेर १ दहीमें बाँधके सेव छांटिके पीसे फेर चौगुनी खांड़की चासनीमें लड्डुवा बांधे सुगंध मिलावें । सामग्री सखड़ीमें तुअरकी दारके चीला चून सेर ॥॥
पौष वदि ८ वस्त्र लाल साटनके । पाग छज्जेदार । बागो चाकदार । आभरण पन्नाके । चन्द्रका सादा, नगाड़ा बैठे। सामग्री मूंगकी ॥
पौष बदि ९ श्रीगुसांईजीको उत्सव ! साज सब जन्माष्टमीवत् । पहले दिन पलटनों। वस्त्र पीरी साटनके नये । आत्मसुख सब नये । अभ्यंग उबटना सुद्धांको।
और सब शृंगार जन्माष्टमीवत् । अलकावली, नूपुर, क्षुद्रघण्टिका ये सब मानिकके । कुण्डल, हार, त्रिबली, पान, शीशफूल, चरणफूल, हस्तफूल, यह सब हीराके, और बाजू, पोहोंची तीन तीन धरावने । हीरा, मानिकके, हीराके, पन्नाके हार । माला, पदक हमेल, दोयकलीको हार । चन्द्रहार, कस्तूरीकी माला, दोउ आड़ी कलंगी, शृंगार सब भारी, तीन जोडीको करनो । कुल्हे जोड़ चन्द्रका ९ को याही प्रकार स्वामिनीजीको शृंगार जन्माष्टमीवत् करनो । सामग्री चन्द्रकलाको मैदा सेर ७१ वी सेर ऽ१ खाण्ड सेर ७४ केशरि मासा ३ बरास रत्ती २ मनोहरको मैदा चोरीठा सेर ॥ खोवा सेर ॥ घी सेर 51 खाण्ड सेर ३४ इलायची मासा ६ ये दोय सामग्री तो अधिकी करनी। और सब दिनको नेग बूंदी जलेबीको गिरधरजीके उत्सववत् । जरेबीको मैदा सेर ७२ घी सेर ऽ२ खाण्ड सेर ऽ६ बूंदीछूटीको बेसन सेर ३३धी बूरो बरोबर । गिदड़ीको
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