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श्री जैन सिद्धान्त बोल सग्रह, पाठवा भाग
३३१
विषय बोल भाग पृष्ठ प्रमाण सूयगडांग स्त्र के चौदहवें १४६ ६ २३० सूय अ १४ अध्ययनकी २७ गाथाएं सूयगडांग सूत्र के तेईस १२४ ६ १७३ अध्ययनों के नाम सयगडांगसूत्र के दसवें ६३२ ६ १६७ सूय अ १० समाधि अ०की २४गाथाएं सूयगडांगसूत्र के दूसरे अ०६७४ ७ ५६ सूय अ २उ २ कैदूसरे उ० की३२गाथाएं सयगडांग सूत्र केन-धर्मा-६८१ ७ ८७ सूय मह ध्येयन की छत्तीस गाथाएं सयगडांग सत्र के पाँचवें ६४१ ६ २१६ सूय अउ २ नरयविभत्ति के दूसरे उद्देशे की पचीस गाथाएं सयगडांग सत्र के पाँचवें ६४७ ६ २३६ सूय अ ५२ १ नरयविभत्ति अ०के पहले उ०की सत्ताईस गाथाएं सूयगडांगसत्र के प्रथमद्वितीय७७६ ४ ७६ दोनों श्रुतस्कन्धों के तेईस अध्ययनों का विषय वर्णन सूयगडांगसूत्र के वीरस्तुति:५५ ६ २६६ सूय अ६ अध्ययन कीउनतीस गाथाएं सूर्यप्रज्ञप्तिसूत्रकेवीसमाभृतों७७७ ४ २३० का संक्षिप्त विषय वर्णन सेठ (कालसेठ) की पारि-६१५ ६ ७८ न.मू २७ गा ७० प्राव ह गा ६ ४६ णामिकी बुद्धि की कथा