________________
श्री जन सिद्धान्त बोल संग्रह, आठवाँ भाग
१८१
विषय
प्रागम.
प्रागम.
यागम.
मागम.
बोल भाग पृष्ठ · प्रमाण द्रव्यों की संख्या ४२५ २ १६ भागम. द्रव्यों के गुण पर्यायों की ४२४ २ ७ भागमनित्यानित्यता द्रव्यों के चार चार गुण ४२४ २४ अागम. द्रव्यों के चार चार पर्याय ४२४ २४ द्रव्यों में आठ पक्ष ४२४ २ ७ प्रागम. द्रव्यों में गुण पर्यायआदि ४२४ २ ७ प्रागम. की एकता और अनेकता द्रव्यों में गुण पर्यायों की ४२४ २१० भागम. वक्तव्यता प्रवक्तव्यता द्रव्यों में नित्य अनित्य ४२४ २ ७ प्रागम. श्रादि आठ पक्ष द्रव्यों में नित्य अनित्य ४२४ २ ११ आगम, पक्ष की चौभंगी द्रव्यों में परस्पर समानता ४२४ २५ भागम
और भिन्नता द्रव्यों में सत् असत् पक्ष ४२४ २६ घागम .. द्रुमपत्रक अ०की३७गाथाह८४ ७ १३३ उत्त अ १० . द्रौपदी
८७५ ५ २७५ ज्ञा म. ९६,त्रि ष पर्व ८ द्वार१८छोटी गतागत के ८८८ ५ ३६८ पनप ६ के प्राधार से द्वार वीस परिहार विशुद्धि १०५ ६ १६ प प १सू ३५ टी चारित्र के द्वार सत्रह शरीर के ८८१ ५ ३८५ पन्न प २१ द्वितीय सप्तरात्रिदिवम ७६५ ४ २६० सम १२, दशा.द ७,भ श २ नामक नवी भिक्खुपडिमा
र. सू ६३ टी.' ।