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श्री जैन सिद्वान्त बोल संग्रह, पाठवाँ भाग
विषय
बोल भाग पृष्ठ प्रमाणा जड़कर्म कैसे फल देता है ? ५६० ३ ४८ कर्म भा १ भूमिका जनपद सत्य ६६८ ३ ३६८ ठा.१० सू ७४ १,पन्न प ११सू.
१६५,ध अधि ३श्लो ४१११२१ जन्म की व्याख्या औरभेद ६६ १ ४६ तत्त्वार्थ अध्या २ सू ३२ जमाली की कथाऔरउसका५६१ २ ३४२ विशे गा २३०६-२३३२,भ मत शंकासमाधान सहित
श६३३३,माय.इ.स.११ ३१२,
भश.१ उ १ सू० ७ जम्बूद्वीप
४१२ ठा १सू ५२,तत्त्वार्थ प्रध्या ३१ ६ जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति का वर्णन७७७ ४ २२५ जम्बूद्वीप में चन्द्र सूर्यादि ७६६ ४ ३०० सूर्य प्रा १६ जम्बूद्वीप में छःअकर्मभूमि ४३५ २ ४१ ठा ६ उ ३ सू ५२२ जम्बूद्वीप में तीर्थङ्करोत्पत्ति६७८ ७ ७१ सम. ३४ के चौतीस क्षेत्र जम्बूद्वीपमेंमहानदियाँसात५३६ २ २७० ठा ७ उ. ३ सू० ५५५ पश्चिम की ओर जाने वाली जम्बूद्वीपमेंमहानदियॉसात५३८ २ २७० ठा ७ उ ३ सू. ५५५ पूर्व की ओर जाने वाली जम्बूद्वीप में मेरु पर्वत पर २७३ १ २५१ ठा० ४ उ० २ सू० ३०० चार वन हैं जम्बूद्वीप में वर्षधर७ पर्वत५३७ २ २७० सम ७,ठा ७३ ३ सू.५४५ जम्बूद्वीप में सात क्षेत्र ५३६ २ २६६ ठा ७ उ.३ सू ५५५, सम ७,
तत्त्वार्थ अध्या.३सू १० जलचर
४०६ १ ४३५ पनप १सू ३३,उत्त प्र. ३६ जल प्रवेश मरण ७६८४ २६६ भ.श २ उ १ सू१ जल्लोषधि लब्धि ६५४ ६ २६० प्रव द्वा २७. गा.१४६२