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श्री जन सिद्राचा
सग्रह.या
भाग
विषय वोल भाग पृष्ठ प्रमाण कथा उज्झित कुमार की ६१० ६ ३४ वि० ० २ कथा उदितोदय राजा की ११५ ६ ८१ न. सू०२७ गा०७२, पाव. पारिवामिकी बुद्धि पर
१० नि० गा० ६४६ कथा उन्नीस ज्ञाताधर्म- ६०० ५ ४२७ कथांग सूत्र की . कथा उम्बरदत्त कुमारकी ६१० ६ ४५ वि० प्र०७ कथा एवंता कुमार की ७७६ ४ १९८ प्रत व ६ ॥ कथा कछुए और शृगालकीह०० ५ ४३७ ज्ञा० ० ४ कथा कमलाला की भाव७८० ४ २५० श्राव००नि० गा० १३४.३० अननुयोग पर
नि० गा० १७२ पीटिका कथा काक की ओत्पत्ति- ६४६ ६ २६३ नसू० २७ गा० ६३ टी. की बुद्धि पर कथाकाल सेठ की पारि- ६१५ ६ ७८ न० सू० २७ गा०७२,श्राव. णामिकी बुद्धि पर
ह• नि० गा०६४६ कथा कुब्जा की क्षेत्र अन- ७८० ४ २३६ प्राव० ह०नि० गा० १३३, नुयोग पर
वृ० नि० गा• १७१ पीटिका कथा कुमार सेठ की पारि-६१५ ६ ७६ न० सू०२७ गा०७०, श्राव० णामिकी बुद्धि पर
ह० नि० गा० ६४४ कथा कुशध्वज राजा की ४२१ ४ ४५५ नवपद गा० ५८ टी. सम्यकांक्षा दोपपर
त्याविकार कथा कृष्ण की अपरकङ्काह०० ५ ४६६ शा० अ० १६ गमन सम्बन्धी कथा कोंकणदारक की ७८० ४ २४८ पात्र ६०नि०गा० १३४,पृ. भाव अननुयोग पर
नि० गा० १५२ पीठिका