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के डिप्रीशिएशन खाते में जमा कर लिए जायें। तदनुसार खर्च खाते लिख कर डिप्रीशिएशन खाते जमा किये गये ।
३५४ | ) | || श्री वृद्धि खाते जमा किये। २५६६३।।।) =
तारीख १-१-४० से ता० ३१-१२-४६ तक संस्था के विभागों में जो खर्च हुआ है । इसका विवरण ऊपर बताया जा चुका है। इसके सिवाय शुभ कार्यों में खर्च करने के लिए इस संस्था में अलंग अलग खातों में रूपये जमा करवाये हुए थे। उन खातों में से जिन जिन खातों में से जो जो रकमें खर्च हुई हैं, उनका विवरण इस प्रकार है :
३६६|| ) || कमठाणे में लगे सो मकान मरम्मत खाते में उठा दिए । ४५४ ||| ) || धर्मोपकरण खाते में – आसन, पूंजी, माला, भोघा, कपड़ा आदि भेट में दिए गए।
२७७|| ) ||| दीक्षोपकरण खाते में-- ओघा, पावरा, कम्बल, पुंजणी यदि दोक्षाओं में दिये गये । १३१ - ) || दया आयम्बिल खाते में । २२३।।।) दवा चिकित्सा खाते में लगे।
६) धर्मादा खाते में | -
४३ १६ ॥ शुभ खाते में लगे ।
२३०||) सहायता खाता में |.
- ३१७|| || स्कालरशिप धामिक पढाई बास्ते ।
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५७ ||) धर्मादा का पानी खाते - श्रीमान् हजारीमलजी की धर्मपत्नी श्री नानू भाई की तरफ से जानवरों को गर्मी
..की मौसिम में पानी डल्लाया गया !
(३५६) दीक्षोपकरणों में लगाये । :
२८५६|||)|
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१००) रेख चन्दजी फलोदिया की माजी । १४३॥ )|| रामलालजी रामपुरिया 1, ६४) ॥ गोमती बाई ।
५०) नेमचन्दजी सेठिया