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( १६ ) बोल नं.
पृष्ठ | घोल न० ८१५ पडिसंलीणया के भेद ३६५ | ८७ वारह भेद अवग्रह के २६६ ७७६ पपहवागरण २०८ ७८८ वारह भेद असत्यामृषा ७७७ पन्नवणा
(व्यवहार) भाषा के २७२ ७७७ परदेशी राना ०१७ | ७८५ वारह भेद आर्य के २६६ ८०६ परावर्तमान प्रकृतियाँ ३५१/८०३ वारह महीनों मे पोरिसी ८०८ परिषदाएं देवलोकों में ३२५ का परिमाण ३०४ ८०६ पाप प्रकृतियां + ३५१ / ८०२ बारह मास ३०३ ७५३ पिता चक्रव तयो के २६२ |७६६ वारह सम्भोग २६२ ८०-पुण्य प्रकृतिया
|७E८ वालमरण के बारह भेद २६८ ७७७ पुष्पचूलिया
| ७६२ बुद्धि कम्मिया के दृष्टान्त २७६ ७७७ पुफिया
२३३
८१२ बोधि दुर्बल भावना ३७१ ८०० पूर्णिमा बारह ३०२ ८०८ ब्रह्म देवलोक ३२ ८०३ पोरिसी का परिमाण ३०४ ७७७ प्रज्ञापना सूत्र
भ
२२१ ८१५ प्रतिसंलीनता के भेद ३६५ ७७६ भगवती सूत्र १३८ ७७५ प्रमासस्वामी ६०1८२० भगवान ऋषभदव के ८०८ प्रवीचार देवों में ३३३ । तेरह भव
४०६ ७५३ प्रव्रज्या चक्रवतियों की २६५
|७७० भगवान महावीर के ७७६ प्रश्न व्याकरण २०८ ग्यारह नाम २०८ प्राणत देवलोक ३२३ |८१२ भरत चक्रवर्ती (अनित्य
भावना)
३७५ ७५३ बल चक्रवर्तियों का २६२
२० भव तेरह ऋषभदेव
२६० ७८६ वारह उपयोग
भगवान के
४० ७७७ वारह उपांग
२१५/८१२ भावनाओं के दोहे ३७६ ८१२ भावना बारह
३५५ ७५२ वारह गुण अरिहन्त के २६० ७८३ बारह चक्रवर्ती
२६०/८१२ भावना भाने वाले ८०८ वारह देवलोक
महापुरुषों का परिचय ३७८ ७६४ (क) वारह व्रत
| ७६४ भाव त श्रावक के' २८० ८१२ बारह भावना ३५५/७७६ भाषा के बारह भेद २३८