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२०२
श्री जैन सिद्धान्त भवन ग्रन्थावली
Shri Devakumar Jain Oriental Library, Jain Siddhant Bhavan, Arrah.
१६६० विषापहार स्तोत्र
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Colophoni
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Colophon :
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देखे, क्र० १६६१ ।
देखे, क्र० १६६१ ।
Colophon • इति श्री विषापहार भाषा समाप्तम् ।
१६६३. विषापहार-स्तोत्र
•
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Colophon :
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देखे, ऋ० १६५३ ।
देखे, ऋ० १६५३ ।
इति विषापहार स्तवन समाप्तम् ।
१६६१ विषापहार - स्तोत्र
विश्वनाथ विमल गुन विरहमान वदौ गुनवीस |
ब्रह्मा विस्नु गनपति सुन्दरी वरु दानी देहूँ मोहि वागेसुरी ॥
भय मजन रजन जगत विषापहार अभिराम ।
स तजि सुमिरौ सदा सासी जिनेश्वर नाम || इति विषापहार सपूर्णम् ।
१६६२. विषापहार-स्तोत्र
देखे, क्र० १६६१ ।
देखे, ऋ० १६६१ ।
इति श्री विषापहार स्तुति सपूर्णम् ।
१६६४. विपापहार-स्तोत्र
देखें, क्र० १६६१ |