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श्री जैन सिद्धान्त भवन ग्रन्थावली Shri Devakumar Jain Oriental Library, Jain Siddhant Bhavran, Arrab
३४६. समयसार नाटक सार्थ
Opening :
Closing : Colophon :
देखे, ऋ० ३४२ । देखे, ऋ० ३४२ ।
इतिःश्री परमागम समयसार सिद्धान्त नाटक समाप्त ।
३४७. समयसार नाटक
Opening
Closing : Colophon:
देखें, ऋ० ३४२ । ... बानी लीन भयो जगमो ___ अनुपलब्ध।
।
३४८. समयसार नाटक
Opening : देखें, ऋ० ३४२ । Closing
देखें, क्र० ३४२ । Colophono: इति श्री परमागम समयसार नाटक नाम सिद्धान्त समा
प्तम् । श्लोकसख्या १७०७ । सन् १८८६ मिती माघ शुक्ल ४ वार रविवार के सपूरन भया। दसखत दुरगाप्रसाद आरेमध्ये महाजन टोली मे।
३४६. समयसार नाटक
Opening: देखें, क्र० ३४२ । Closing # देखें, ऋ० ३४२ । Colohpon ! इति श्री नाटक समयसार सम्पूर्ण। सवत् १८६२ ।
वैशाख मास कृष्णपक्ष तिथि साने (सप्तमी) शनिवार दिन गौरीशकर अग्रवाल जैन धर्म प्रतिपालक • लिखी पठनार्य जैनधरम पालनहार भी मगल ददातु ।