________________
CUK DO T
देई ॥ श्री वीतरागाय नमः ॥ॐ
श्री जैन-हित- शिक्षा ।
प्रथम भाग
प्रकाशक
कुम्भकरण टीकमचन्द चोपड़ा । गंगाशहर ( बीकानेर )
सहकर्ता
दुर्जनदास सेठिया ।
नं० १६ सीनागोग ष्ट्रीट के “सवाल प्रेस" में
बा० महालचन्द वयेद द्वारा मुद्रित ।
प्रथमावृत्ति १००० ]
不活分沒你
सं० १९८१ बि०
[ बिना मूल्य ।
**<**<<***