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जैन-गौरव-स्मृतयाँ . ** Arketake
ikaare e nntrimiti अ.पी फर्म --"ऋषभदास भंवरीमल" के नाम से नारायण मुदाली 'ट सं० १०१ में स्टेशनरी का डायरेक्टर इम्पोर्ट तथा कमिशन एजेन्ट का काम करती है । टेलीफोन नं० ४८६६ है । *श्री शाह मोतीचन्दी परमार-मद्रास
जन्म सं १९६७ आसोज बुद्ध ११ का है । आपने अपने जीवन में त्य गवृत्ति को बड़ा महत्व दिया । स्थानीय जैन समाज में आएकी अच्छी प्रतिष्ठा है । सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों के आप केन्द हैं। श्री मोतीचंदजी के सुत्र श्री दानमलजी प्रतिभा शाली युवक है । आप लोग श्वेताम्बर जैन अाम्नाय के अनुयायी है। मंडाणी ( सरोही ) का मूल निवास है।
-आपकी फर्म "श्री शाह मोतीचंदजी गणेशमलजी" के नाम से नं० ४३० मिन्ट स्ट्रीट साहूकार पेठ पर है । स्टेशनरी सामान की यह फर्म एजेन्ट है । फर्म की शाखा नारायण स्ट्रीट में भी है।
*श्री से 3 सलगवनी रांका-मद्रास
आपका जन्म. सं. १६६२ पोप सुद ५ को कोटड़ा (व्याचर.) में श्री जगरूपमल जी सा के घर हुआ । सन १६. ४१ में श्री सल राजी व्यवसाय के निमित्त मद्रास आए एवं नं ४ नारायण । मुदाली स्ट्रीट में ।'शा सालराज मेतीलाल के नाम से फर्म स्थापित कर स्टेशनरी समान इम्पोर्ट का और एक्सपोर्ट का. व्यवसाय चालू किया । एवं आपने अच्छी सफलता प्राप्त की।
श्री सेठ सलराजजी धर्मनिष्ठ एवं दयालु सज्जन हैं । साधु-मुनियों की सेवा
के पूर्ण सेवा. भावी हैं। आपके श्री: मोतीलालजी, चम्पालालजी, एवं नवरत्नमलजी नामक तीन पुत्र हैं। आप तीनों होनहार हैं। * श्री मूलचंदजी जवानमलजी लोढा -मद्रास
श्री सेठ मूलचन्दजी के सुपुत्र श्री जवानमलजी ने अपनी व्यापारिक . बुद्धि से महती सफलता प्राप्त कर नामांकित पुरूपों में अपनी गणना कराई। श्राप
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