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________________ जैन-गौरव-स्मृतियाँ * HARMAHARAHARKHAPA . . LOADMAA ..... ' .......... Edit ... . . ... . '.'. ..... . .... .C Ema V-2", ...... RAANA meha :: TECHNOR L... श्री मंगलचन्दजी सेठिया, चुरु .. *माननीय श्री तख्तमलजी जैन, भेलसा श्री तख्तमलजी जैन भेलसा . (मुख्यमंत्री मध्य भारत) - श्री तख्तमलजी का जन्म सन् १८६५ में भेलसा नगर में एक सम्पन्न । जैन घराने में हुआ। आपने १८ वर्ष की अवस्था में ही सन् १६१३ में भेलसा में वकालात प्रारम्भ करदी । आपका सार्वजनिक जीवन उस समय से प्रारम्भ होता है जव २६ वर्ष की अवस्था में आप भेलसा नगरपालिका के सदस्य निर्वाचित हुए । कुछ समय पश्चात ही आप इस नगर पालिका के उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए और इस पद पर लगभग १०, ११ वर्ष तक काम किया । सन् १९३६, ४० में आप नगर पालिका के प्रथम अशासकीय अध्यक्ष नियुक्त हुए और आपके कार्यालय में सार्वजनिक हित की कई योजनाएँ कार्यान्चित हुई । वहुत वर्षों तक आप ग्वालियर राज्य प्लीडर्स कान्फ्रन्स के मंत्री रहे और उसके एक अधिवेशन के सभापति भी हए । १६३८, ४० में अाप ग्वालियर स्टेट कांग्रेस की कार्यकारिणी के सदस्य थे। सन.१६४८ में आपके सभापतित्व में भिन्ड - जिला राजनैतिक सम्मेलन हा । सन १६४० में आप ग्वालियर राज्य के प्रथम लोकप्रिय मंत्री नियुक्त किये गये और आपके आधीन ग्राम सुधार तथा स्वायत शासन विभाग सौंपा गया । इस मंत्री... पद पर आप सन १६४२ तक रहे और इस अल्प काल में आपने अपने विभाग में बहुत से सुधार किये । मंत्री पद से जुलाई १६४२ में आपने त्यागपत्र दिया । . सन् १६४१. में इन्दौर राज्य स्वायत शासन सम्मेलन का आपने उद्घाटन किया। :
SR No.010499
Book TitleJain Gaurav Smrutiya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManmal Jain, Basantilal Nalvaya
PublisherJain Sahitya Prakashan Mandir
Publication Year1951
Total Pages775
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size44 MB
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