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जैन-गौरव-स्मृतियां
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+ सेठ किस्तूरचंदजी, करेली
कोछल गोत्रोत्पन्न श्री गुलाबचंदजी के सुपुत्र श्री किस्तूरचंदजी का जन्म सं० १६५६ में हुआ । आप चतुर व्यवसायी सफल कार्यकर्ता एवं उदार दिल सज्जन है धार्मिक कार्यों में आप उदारता पूर्वक सहायता देते हैं । आपके सुरेशचंद्रजी, लखीचंदजी पुत्र है । श्री गुलाबचंद्र किस्तूरचंद्र के नाम से आपके यहाँ कपड़े का व्यवसाय होता है। ★सेठ धनराजजी कांकरिया, करेली।
आपके पूज्य पिताजी का नाम सेठ लक्ष्मीचन्दजी है। श्री धनराजजी ५६ वर्षीय महानुभाव है । आप निस्पृह उदार हृदय और स्वाध्याय प्रिय व्यक्ति है । आपके .. सुपुत्र श्री देवीचन्दजी २६ वर्षीय युवक हैं जो कि बड़े ही चतुर, कर्मशील और सूझ बूझ वाले युवक हैं। वर्तमान में "मेसर्म देवीचन्जी कांकरिया" नामक फर्म के . आप ही संचालक है । यह फर्स गल्ले का बड़े पैमाने पर व्यापार करती है। . . .
श्री देवीचन्दजी ने अल्पवय में ही व्यवसायिक कार्यों में अच्छा ज्ञान एवं . सफलता प्राप्त करली । आपका उत्साह प्रशंसनीय है। चिरंजीव "नामक ३ वर्षीय . एक वालक है जो होन हार है। सेठ फूलचंद्रजी कांकारिया करेली (जिहोंशगाबाद )
सं. १९६० कार्तिक सुदि १ को श्री सेठ गुलावचन्दजी कांकरिया के यहः ।।
आप का शुभ जन्म हुआ। आप राष्ट्रीय विचारों के सेवाभावी और शिक्षा प्रेमी सज्जन हैं । सन् १६३६ से ४२ तक जिला कॉग्रेस कमेटी नरसिंह पुरा के मन्त्री पद पर रहकर अपने कॉग्रेस की ... सेवा की । कोशल प्रान्तीय कॉग्रेस के . भी सदस्य रहे हैं। . . . ___आपके ज्येष्ठ पुत्र धर्मेन्द्रकुमारजी। की आयु २१ वर्ष की है आपने हिन्दू यूनिवर्सीटी से बी एस. सी. किया एवं
मैट्रिक से बो. एस. सी. तक फर्स्ट रहे ।
हैं और स्कालरशिय प्राप्त कर रहे हैं। इनसे.. श्री धर्मेन्द्रकुमारजी छोटे हेमेन्द्रकुमारजी है जो कि १४ वर्षीय है ।
"श्री फूलचन्द्र धर्मचन्द्र कांकरिया" नामक फर्म पर गल्ला, किराना, और है की एवं कोयले का ठेका आदि व्यावसाय होता है।