________________
जैन- गौरव स्मृतियाँ
५८६.
अनुसार और मृदुभाषी हैं । धार्मिक विषयों में आपके विचार काफी सुधार पूर्ण तथा क्रान्तिकारी हैं ।
* सेठ चम्पालालजी वैद, भीनासर
सीएम सद
66
सेट चम्पालालजी बढ़ ( बीच में ) सपरिवार
आप भीनासर के प्रमुख प्रतिष्ठित श्रीमंत हैं। ओसवाल कुलीय तेरह पंथी जैन हैं । आप का जन्म संवत् १६६१ ज्येष्ट कृष्ण १ का है। आप के पिता श्री का नाम पन्नालालजी था आप बड़े धर्मनिष्ठ उदार चेता सज्जन आपके ३ पुत्र हुए श्री चम्पालालजी, श्री सोहनलालजी तथा श्री छगनलालजी । सवका सम्मिलित व्यापार होता है । थे 1
कलकत्ता में नं० राजावुड साऊण्ट स्ट्रीट पर " हमीरमल चम्पालाल ' 'पन्नालाल चम्पालाल' तथा दी सिर साचाड़ी नरसिंघ जूट कम्पनी" के नाम से ३ फर्मों पर जूट का व्यवसाय विशाल पैमाने पर होता है । भारत तथा पाकिस्तान में कई स्थानों पर आपकी एजेन्सियाँ हैं । 'हमीरमल चम्पालाल ' को फर्म को आपने ही सेठ चम्पालालजी बांठिया के साझेदारी में प्रारंभ किया धा जो आज विशाल पैमाने पर व्यापार फैलाये हुए है
1
सामाजिक आदि जनसेवा के हर काम में आप दोनों वही उदारता एवं व्यापार में ही से आप दोनों साझीदार हों सो नहीं किन्तु धार्मिक,