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जैन गौरव-स्मृतियाँ
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नामक एक पुत्री हैं। सेट जयकुमारजी-आपका जन्म सं० १६७६ वि० में - आपके हुआ। कु० अरुणकुमारजी व पुष्पाबाई नामक दो संतानें हैं। .:
रानीवाला परिवार की ओर से एडवर्ड मिल्स च्यावर के अलावा हाईड्रोलिक काटन प्रेस च्यावर, और जैन्स जिनिंग फेक्टरी केकड़ी, रामस्वरूप . मोतीलाल जिनिंग फेक्टरी हांसी (ईस्ट पंजाब ) मोतीलाल तोलाराम राईस मिल्स बोलपुर ( बंगाल ) व जयनगर ( दरभंगा ) का :संचालन व माडर्न सिलिकेट वर्स छेहरहा ( पंजाब ) और अमृत लिकिके, बस फिरोजाबाद का काम भी.पार्टनरशिप में होता है । इस परिवार के .. सभी लोग धार्मिक व सामाजिक कार्यों में बड़ी दिलचस्पी लेते हैं व सहयोग करते हैं । इस परिवार की एक सुन्दर नसियां न बगीचा तथा जैनमन्दिर भी ध्यावर में है। हर लोकोपकारी कार्य में इस फर्म की पूर्ण सहायता. . . रहती है। *श्री सेठ दीवानवहादुर सर सेठ केशरीसिंहजी बाफणा, कोटा (राजस्थान)
कोटा के सुप्रसिद्ध वाफणा कुटुम्ब के महान् भाग्यशाली पुरुष सेठ : बहादुरसिंहजी एक नामाङ्कित पुरुष हो चुके हैं । आप ही के वंशज श्री सेठ " केशरीसिंहजी अपने पूर्वजों के गौरवानुरूप राज्य प्रतिष्ठित, समाज सन्मानित और उदार महामना हैं।
सन् १९१२ के देहली दरवार में सरकार ने श्राप को आमन्त्रित किया ।
आपके कार्यों से प्रसन्न होकर तत्कालीन सरकार ने सन १९१२ में राय साहव १६६ में राय बहादुर और १६२५. में दीवान बहादुर की सम्मा नीय उपाधियों से विभू. पित किया । आपको कोटा, बूंदी, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, रतनाम टोक इत्यादि रियासतों दी० ब० सेट केशरीसिंह जी
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