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________________ दिगम्बर जैन डाइरेक्टरी। जैनियोंकी जनसभा,जैनपा यह संख्या । + + + + + + EM Form of my orhor + + + + 2 + + । पासड़ जैनमदिरोंकी ननियोंकी प्राममा नाम "ठगालातथाअन्य धर्मशानोंकी मनु य । माझ्या धर्मादा खाता व- सम्या डाक्साना पृष्ट न. संख्या गैरः है या नहीं पाले + ६ चतुर्थ आरकरी ६७२ पाल : + २ अग्रवाल ९ हांसी पालोती + सेतवाल २५ मुहदा पावटा शिखरवंदाद खंडेलवाल २१ । महुआ पांवढेडा १ शिखरबंद दि० जैनी एक भी अलीगढ ४०१ पावरखेडी : + १५०परवार ३ + आष्टा । ४०१ पावला १ चैत्यालय ३ गोलापूर्व बेलखेडा । १६४ पायसी + १ कासार । ३ + गोउप ६७२ पावागढ़ शि०७.मं. १मेवाडादशा, २ धर्मशाला व च । चांपानर ६७२, (सिद्धक्षेत्र ) १ दि० म० ढावेकाभंडार है (पंचमहाल)व०७७८ चांपानेरमे पावापुरी शिखरवंदार जैसवाल ९२ धर्मशालाएँ ५ गिरियक १६५, (सिद्धक्षेत्र, और मंडार है। (बिहार; व०५९. १ चैत्यालय ११ जैसवाल ४२ गोहट १दर्शनस्था. (गिर्दग्वा. पांसरोड्या १ गृहमंदिर ३ खंडेलवाल १० | टोक १०१ पांसलोद १ चैत्यालय २ खंडेलवाल, ४ ४०१ पाहुना ___+ १ खंडेलवाल, २ हम्भीरगट पिगली | + १ कासार । देहिवडी ६७३ पिंगली १ गृहमंदिर ७ सेतवाल परभणी पिंजर 7 + ३ सेतवाल पिंजर पिठेलाडी + १ दहूमड़ १ । वापढे ६७३ पिठौरिया ३ शिखरबंद/४५ परवार | २२९ शास्त्रसभा है पिठौरिया ११० दर्शन०१ गोलालारे ३ (सागर) १ विनैकया ५ पिंडरई ३ शिखरबंद/५० परवार | १५७ जैन पाठशाला पिंडरई १६५, (मेरला) १ चैत्यालय २ गोलापूर्व ५ और शास्त्रसभा ( मडला ) ०२९८ ३५विनैकया १८६ है पिंथरई गृहमंदिर ५ परवार २१ + (दोनामानी ( सिवनी) पिंडरई I + २दो० परवार ८ + __ + देवलापाउ १६५ + *" + + + + + + + । ६७३ + + + + + 0. १४ | सुनवारा
SR No.010495
Book TitleBharatvarshiya Jain Digambar Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorThakurdas Bhagavandas Johari
PublisherThakurdas Bhagavandas Johari
Publication Year1914
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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