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________________ ९०४ दिगम्बर जैन डाइरेक्टरी। . जैनियोंकी जैनसभा, जैनपा ग्रामका नाम संख्या । डाकखाना पृष्ट न. ईमिलया१ + | + बांसी ++ Pop. ईवारा ईशनाव সুয়া + + धर्मशाला पीपलाव ++ ईशापुर जैनमदिरोकी जैनियोकी "ठशालातथाअन्य धर्मशास्त्रोकी मनुष्य गृह सख्या धर्मादा खाता व. संख्या सख्या गरः है या नहीं चैत्यालय/२ गोलापूर्व १ परवार, ३ ६ पचम। २५ सागर २ खडेलवाल, ७ सुजानगढ़ १बी, मेवाड़ा ९ ३ सैतवाल १५ ईशापुर + १ सैतवाल | ४ दिगरस १ चैत्यालय ४ परवार ३२ देवरी २ शिखरबद/८ परवार | ३६ जरुवाखेश + सैतवाल १७ अमरापुर शिखरबंद ४ खंडेलवाल १५१ ५ अग्रवाल । १९ दर्शनस्था.२४ परवार १०९ ३ खंडेलवाल १७ ४ जैसवाल १९ + १ खंडेलवाल, ४ + + रतलाम + + ईशरपुर ईशुरवारो ईशोली ईसरदा + + + + + + + अलीगढ़ ईसागढ़ ईसागढ़ + 2 ईसुरथुनी + उखलद १ चैत्यालय/२ सैतवाल ७१ वार्षिक समा ३ | परभणी होती है अथवा कई भंडार खाते सौंदत्ती + उगली फुलेरा सुजालपुर अथणी उगरगोल + २५ चतुर्थ १३० + उगरावास १ शिखरबंद २५ खंडेल० ९५ + १० + खंडेलवाल १२ + + उगार१ मंदिर १७९ चतुर्थ ७०५ धर्मशाला है । २० उगार (छोटी), शिखरबंदा १३ चतुर्थ | ४३ १ पंचप - ४ १ उपाध्या १ उंचगांव १ मदिर २२ चतुर्थ ९० । उज्जनी गृ हचैत्या०१ द० हूमड ४ + २ + + कुडची + + कुर्दुवादी । ६१२
SR No.010495
Book TitleBharatvarshiya Jain Digambar Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorThakurdas Bhagavandas Johari
PublisherThakurdas Bhagavandas Johari
Publication Year1914
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
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