SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 269
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ८३८ मद्रास ग्रान्त। प्रामका नाम जिला मुख्य २ भाइयोंके नाम | ज्ञाति व्यापार नंवर ६२७ सान्तलोकपाल नैनार जमीदार वेलेपी कोलार वीरप्पा होनप्पा पंचम खेती उत्तर भर्कोट पुष्पनाथ नैनार दि. जैन " पूर्णचन्द्र नैनार चंद्रनाथ नैनार ५२४ वेलगंधपक्कम चिंगलपेठ पदमनाथ आयर जैनब्राह्मण खेती पसुनाथ भायर ५२५ वोण्डर द० अर्काट जन्नाथ नैनार दि. जैन | जमीदारी पार्श्वनाथ नैनार शांतनाथ नैनार समुद्रविजय नैनार वोल्लगेरे सीमोगा मरीआप्पा अप्पामागोंडा | पंचम खेती करना | वंगारम उ० अर्काट | नेमिनाथ नैनार दि. जैन साहूकार चंद्रनाथ नैनार देवेन्द्र नैनार ५२८ वगेरे हासन पयासठ्ठी पुन्तसेट्टी चन्तप्पा आदिगोंडा मरीअनसेटी चन्दैया ५२९ श्रवण्डनहल्ली टुमकूर पालनप्पा पुटण्णा | पंचम पापण्णा पुटण्णा चिकगोंडा तिरमलगोंडा ५३० श्रवणबेलगुल | हासन श्रीभट्टारक चारुकीर्ति पंडिताचार्य उपाध्या उपदेश देना (अतिशयक्षेत्र) पं० दौर्बलि जिनदास, शास्त्री , अध्यापकी जी. के. पद्मराजैया बोगार व्यापार पीतल - पंचम | खेती - ५३१ -श्रीरंगन । मैसूर ५३२ श्रीरंगराजन ५३३ शृंगेरी कादूर जी. पी. धरनैया जी. पी. पोम्मैया भुजबलि पुत्ताप्पा अनता पदमाया विम्मैया गोंडी | पद्मराजरुट्टी घरनैया टुमकूर | पंचम । साहूंकारी सादरजैन खेती पंचम । साहुकारी
SR No.010495
Book TitleBharatvarshiya Jain Digambar Directory
Original Sutra AuthorN/A
AuthorThakurdas Bhagavandas Johari
PublisherThakurdas Bhagavandas Johari
Publication Year1914
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size15 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy