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मद्रास प्रान्त ।'
शुमार नवर
प्रामका नाम
जिला
मुख्य २ भाइयोंके नाम
ज्ञाति
व्यापार
-
सादर न खेती दि. जैन
| बोगार
व्यापार जैन ब्रा० पुजारी. पंचम
| खेती करना
कादर
व्यापारी व्यापार
o ococo
४२२
श्रावक | जमीदार (पंचम हेडमुन्शी
खेती करना
• ४१४ | मान्याकनहल्ली अनन्तपुर | नरसेगोंदा पाटील ४१५ मानमादेवी | कहलूर चक्रवर्ती नैनार
अवन्तं नैनार
बर्धमान ४ १६ मायकोडर चित्रदुर्ग कालमा ईजारी ४१७ | मारकोली
हासन
| पुन्साप्पा अनन्तराजेया ४१८ | मारसिंगी
वीराप्पा गोंडा कामनकोदजे
पुत्तापा गोंडा इदकानी ४१९ मालगुर अनन्तपुर पोम्माना ४२० माळसीगनहल्ली होलालगेरी पदमराजैया राजकीर्ति
(चित्रदुर्ग) ४२१/ मालाडी द० कनैडा | अमैय्या पांडी
मालूर कोलार शांतिराज इरप्पा मालरु सीमोगा नेमैया पदमामगोंडा | मालेश्वरा
कादूर लक्ष्मैया गोंडा कातनपेल ४२५ माविनकाइन | कोलार सुवरायप्पा
हल्ली ४२६ | मिट्टामागिल | द० कनैड़ा | धरनाप्पा शेटी ४२७ मिडगेशी टुमकूर चन्द्रेया नुवरु ४२८ मुगूर मैसूर मुहत्तर | दक्षिण अर्काट दौरास्वामी नार
अप्पाण्डे नैनार बल्देव नैनार
पार्श्वनाथ नैनार ४३० मुडगिरी कादूर ४३१ मुडनाडूगोडू | द० कनैदा अन्नान्या चवुट्टा ४३२ | मुडर द. कनड़ा कुम्भाना शेट्टी ४३३ | मुडलूर उ० अर्काट अप्पास्वामी नैनार
बाहुबली ॥
आदिनाय ॥ ४३४ | मुडाकोट्टी द. कनडा | अप्पु बुंगा - ४३५ ) मुडापाडूकोडी द. कनेढा । जरूमला शैव
सादर जैन, खेती
| श्रावक | जमीदार जैनब्राह्मण पुरोहित
+ दि. जैन जमीदार
+
,
व्यापार जमीदार
श्रावक जमीदारी
दि जैन, खेती
श्रावक जमीदार