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पंजाब |
महाराजगंज, बाजार, जिसमें शहरकी बनी हुई सब चीजें मिलती हैं - बारादरी, जहांगीर बादशाहकी बनवाई सैरगाह, जिसको शालामारबाग कहते हैं नसीम या राहतबाग और निशातबाग बहुतही सुन्दर हैं, श्रीनगरसे आग्नेयमें 'पामपुर' है, यहां केशरकी खेती होती है । ऊलरझील इनके सिवाय गुप्तगंगा, अनेक देवमन्दिर परियोंके महल, इत्यादि कई स्थान देखने योग्य हैं ।
श्रीनगर के दुशाले, रेशमी दस्तकारी सोना चांदी तांबा चमड़ाका सामान और बेशकीमती पत्थरका काम, कागज और इनके कारण प्रसिद्ध है ।
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केशर कस्तूरी मेवा सुरह गायके बाल ऊन जंगलकी बेशकीमती लकड़ीका बहुत व्यापार होता है ।
शिमला ।
अम्बाला जंकशनसे ३९ मील पूर्वोत्तर पहाड़की तलेटीमें 'कालका' रेल्वेस्टेशन है, कालकामें एक शिखरवंद जैनमन्दिर और अग्रवालों के ५ घरोंकी मनुष्यसंख्या १६ है । कालकासे शिमला जानेके लिये पुरानी और नई दो सड़कें हैं, पुरानी सड़क कालकासे 'जुटोग' होकर शिमले तक ४१ मील है, उसी सड़कसे मुसाफिर लोग झंपान या टट्टूपर, चढ़ करके कसौली जाते हैं, कालकासे ९ मील कसौली एक फौजी छावनी है । नई सड़क पुरानी सड़क से पूर्व है, इस सड़कसे तांगा (एक प्रकारका इक्का) शिमला जाता है ।
शिमला पंजाब के अम्बाला विभागमें जिलेका सदरस्थान भारतगवर्नमेंटकी गर्मी के दिनों की राजधानी, समुद्रके जलसे ७०८४ फुट ऊंचा है शिमलेकी आब हबा बहुत ठंडी रोग नाशक है । गर्मीकी ऋतुभर लाटसाहिब संयुक्तप्रान्त पंजाबसे और प्रायः साहिब लोग आते जाते हैं ।
पूर्व से पश्चिम ५ मील लम्बे पहाड़ी सिलसिलेके ऊपर नये चन्द्रमाकी शकल में यूरोपियन कोठियां फैली हैं, नीचेकी घाटीमें कई एक धारें हैं, जिनमें २ झरने बड़े हैं, सिलसिलेके पूर्वभागको छोटा शिमला कहते हैं, और पश्चिम बेजीगंज है। स्टेशन से अखीर पश्चिम एक ऊंची खड़ी पहाड़ीके सिरेपर 'जुटोग' एक छोटा फौजी मकान है, जिससे सवा मील पूर्व 'प्रस्पेक्ट' पहाड़ी समुद्रके जलसे ७१४० फुट ऊंची है, पहाड़ीके एक मील पूर्व वाइसरायकी पुरानी कोठी है, जिससे पश्चिम अबजटेरी पहाड़ीपर उत्तम 'गवर्नमेंटहाउस' बना है, इनके सिवाय लड़के लड़कियोंके कई स्कूल, टाऊनहाल, गिर्जे,