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श्रवणवेल्गोल और दक्षिण के अन्य जैन-तीर्थ
नवग्रह-स्पष्ट-चक्र
| चन्द्र भौम
| ग्रह
राशि
अशा
कला
३७ विकला
३
३ । गति
५२ । ३७ । ५६ । ४१
११ ११ विगति
यहाँ पर 'ग्रह-लाघव' के अनुसार अहर्गण ४७८ है तथा चक्र ४९ है, करणकुतूहलीय अहर्गण १२३५-९२ मकरन्दीय १६८८३२९ और सूर्यसिद्धान्तीय ७१४४०३९८४९५६ है । परन्तु इस लेख मे ग्रहलाघव के अहर्गण पर से ही ग्रह बनाये गये है और तिथि नक्षत्रादिक के घटयादि भी इसीके अनुसार है।