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धर्मनिष्ठ सुश्राविका बहिन श्री राजकुवर बाई मालू बीकानेर द्वारा श्री जवाहर साहित्य समिति को साहित्य प्रकाशन के लिये प्रदत्त धनराशि से यह द्वितीय सस्करण का प्रकाशन हुआ है । सत्साहित्य के प्रचारप्रसार के लिये बहिनश्री की अनन्यनिष्ठा चिरस्मरणीय रहेगी।
- मन्त्री
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