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॥ श्री नेमीनाथजीका स्तवन ॥ ॥ इण सरवरियारी पाल ॥ यह देशी ॥ समुद्रविजयजीका सुत । आणंदकारी घणाजी ॥ महाराज ॥ शिवादेवीजी गाया गीत । नेम कुंवर तणांजी ॥ महाराज ॥ १ ॥ सब जादव के संग। रंग वागे आवियाजी ॥ महाराज ॥ नेम कुंवरजीका लाड । हिडोले हींचावियाजी ॥ महाराज ॥ २ ॥ रेशमी वांधी डोर। सोनाकी शांकल करीजी॥ महाराज ॥ रत्न पालणिये पोडाय। हींचोला दे हिरी फिरीजी ॥ महाराज ॥३॥ इन्द्र पर संस्या सभा मांय ।