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प्राकृतपद्यानुक्रमणी
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सुदुक्खं भुंजतो भावसं० ३०२ सुहिरएणपचकलसे
वसु०सा० ३५७ सुहदुक्खे उवयारो मूला० १४३ सुहमाजत्ताणं
फत्ति० अणु० १५७ सुहपयडीण विसोही + पंचस० ४-४४५ सुहमअपज्जत्ताणं पचम०५-२६८ सुहपयडीण विसोही + गो० फ० १६३ / सुहमफिरिएण झाण म. थारा० २१२० सुहपयडीण विमोही + फम्मप० १४१ सुहमकिरियं खु तदिय भ० श्रारा० १८७६ सुहपयहीण विसोही +पययणसा०२-६५३०४(ज) सुहमकिरिय सजोगी
मूला० ४०५ सुहपयडीणं भावा पंचस० ४-४८: सुहमगलद्विजहरण गो० क० २३३ सुहपरिणामहि धम्मु वढ - पाहु० दो० ७२ | सुहमणिगोद अपज्जत्त- मूला० १०८८ सुहपरिणामे धम्मु पर- परम० १०२-७१ सुहुमणिगोदपज्जत्त- गो० क. २१५ सुहपरिणामो पुरणं पययग्णमा० २-८६ सुहमणिगोदअपज्जत्त- गो० ० ३.६ सुहपरिणामो पुरण पश्धि० १३२ सुहमणिगोयअपज्जत्त- पचस० ४-४६७ सुहमणिगोदअपजत्त-x गो. जी. ६५ सहमद्धादो अहिया
लद्विसा० ५८८ सुहमणिगोदअपज्जत्त-x गी०जी० १७२ सुहममपचिट्ठसमये लहिसा० ३०० मुहमणिगोदपज्जत्त- गो० जी० ३१६
सुहमम्मि फायजोगे भ० थारा० १८८७ मुहमणिगोदअपज्जत्त- गो० जी० ३२० सुहमस्स वधघादी
गो० क० ४१६ मुहमणिगोदअपज्जत्त- गो० जी० ३२१ सुहमस्म य पढमादो लद्धिसा० ६२७ सुहमणिगोदअपज्जत्त- गो० जी० ३७७ । सुहमहॅ लोहह जो विलउ जोगसा० १०३ सुहमखिवातेाभू
गो० जी०६७
सुहुम च पामकम्म वसु० सा० ५३६ सुहमसुहं चिय सव्यं रिट्टस. १८४ सुहमनट्ट वि कम्मा
पचम० ३-५ मुहमंतरियदधत्थो(दुरत्यो) जव० ५० १३-४५ सुहमतिमगुणमेढी
लद्विसा० ६६४ सुहम व वादरं वा भ० थारा० ५७८ सुहममि सुहुमलोह पंचस०४-१६॥ सुहम व बाढरं वा भ० श्रारा० ५८२ सुहमंमि होत ठाणे
पंचस०५-३६३ सुहमापजत्ताणं
भावस. ६४ सुहुमाए लेस्साए
भ० श्रारा० २११६ सुहमा लिंगियसते
थाय० ति० ६-७ सुहमा अवायविसया वसु० सा० २६ सुहमेदरगुणगारो
गो० जी० १०१ सुहुमारण किट्टीणं
ल दिसा०५१० सुहमेसु संखभाग गो० जी० २०७ सुहमा वादरकाया
मूला० ११६३ सुहमे सुहम अतिम- , सिद्धत० १७ सुहमा ति खधा
णियमसा०२४ सुहमो अमुत्तिवंतो
भावस० २६८ सहुमाहार अपुरणं
पंचस०४-३४१ सुहमो सुहमकसाये
गो० जी०६८ सुहमा हु संति माणा
मूला० ६११ सुहलेसतिये भव्वे यास० ति०५७ सुहमे जोगविसेसे
मूला० १२४१ सुहवेदं सुहगोदं दव्यस० गय० १६० | सुहमे संखसहस्से
लद्धिसा० ५६१ सुहसयणग्गे देवा तिलो० सा० ५५० | सुहमे सुहमो लोहो गो० क० ७६० २०६ सुइसादा किं मज्झा म० श्रारा० १६५२ सुहसाओ किट्टीओ लद्धिसा० ५६५ सुहसामिजुओ विजय श्राय० ति० १५-४ सुहु सारउ मणुयत्ताह सावय० दो०४ सुहसामिजुत्तदिढे श्राय० ति० १०-२ सुहेण भाविदं गाणं
मोक्खपा० ६२ सुहसामिजुत्तदि? श्राय. ति० १८-२७ | सुडयससग्गीए
भ० श्रारा० १०७८ सुहसामिजुत्तदिट्ठो थाय० ति०८-२ | सुदरि(र)सरूवगंधप्पा- तिलो० प० ७-५५ सुहसीलदाए अलसत्त- भ० श्रारा० १४५१ / सूई जहा ससत्ता
मूला० ६७१ सुहसुस्सरजुयला वि य पसं० ३-४३ | सूची विक्खभूणा जब० ५० १० ८६ सुहियउ हुवउ ण को वि इह सावय० दो० १५३ | सूजीए कदिए कदि तिलो० प० ४-२७५८