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________________ r deviCaLTroKARANACHER himitannic E a .. ... ... . ... यो तिम्रर्तिस्तमोपहाराजगचुडामणि दीक्षित शंवानविघ्नविनायक कलिधःकर्मशत्रु लोकालोकपकासका अनिदालुरतिदानु। जागरकाप्रमामयः लक्षीपतीजगज्योति ईर्म राजपजाहितासामुमुक्षुबंधमोक्षजो जिताक्षों जितमन्मयःप्रशांतरसशैलूयोभिव्यपेटकना यका४३रेलकरिवलज्योतिर्मुलघोरलका रणामाप्लोषागीश्वरीयान्यायसोक्तिनिरु तवाका पवनामय शामीशोमारजिही माववितासुतनुतनुनिर्मुक्त सुगतोहतदुर्नया यशश्रीशःश्रीश्रितपाराजीचीतभीरभ यंकरः।उछल्लोरोयोनिर्षिोनिचलोलोक वसलादालोकोनरोलोकपतिलोकचक्षुर पारधीआधीरधीहिसन्मानासुहरन्तरत वाका पज्ञापारमितिःपाजो यतिनियम तेद्रियः भदंतोभद्दाकल्परक्षीवरखा ४)सम्रन्मूलनकारि।कर्मकायशुम्युश्म णाकर्मण्यकर्मवाषाश्रु हैयादेयवियक्षण: अनंतशक्तिरछेदहात्रिपुरारिरित्रलोचनः मिनेत्रःस्यविकारवक्षः केवलजानवीक्षण: समंतभदःशांतारिधर्माचार्योहियानिधिः । -- - amiri ---- ... --- RANI - --- N ---- PrimarnasammMERAMANANPHEcraPLANETaarrrrrrowaveMITREE LKumadimanabadliSa m act
SR No.010419
Book TitleMahavira Vardhaman
Original Sutra AuthorN/A
Author
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages1115
LanguagePrakrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size56 MB
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