________________
भगवान महावीर की अनुपम तपःसाधना पर
एक विहंगम दृष्टि
देवाधिदेव श्रमण भगवान महावीर स्वामी को तपःसाधना अन्य तेईस तीर्थंकरों की अपेक्षा अधिक उग्न एवं कठोर रही। यद्यपि उनका साधना-काल बहुत लम्बा नहीं था, पर इस अवधि में उन्हें जितने दुःसहनीय परिषह सहन करने पड़े उतने उनके किसी पूर्ववर्ती तीर्थंकर ने सहन नहीं किये। भीषण उपसर्गों के मध्य भी वे मेरु सदृश अविचलितं व अकम्पित रहे। साधनापथ से उन्हें कोई च्युत् नहीं कर सका।
उनके द्वारा प्राचरित तपःसाधना की तालिका नीचे दी जा रही है :
१ (१८० दिन का एक तप)
छः मासिक तप पाँच दिन कम छः मासिक तप चातुर्मासिक तप
१ ९
(१७५ दिन का एक तप) (१२० दिन का एक तप)