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गङ्गानाथ झा संस्कृत विद्यापीठ, पब्लिक लाइब्रेरी के अधिकारियों एवं हिन्दी साहित्य सम्मेलन की पुस्तकालयाध्यक्ष डा० रीता पाण्डेय तथा अन्य कर्मचारियो द्वारा किये गये सहयोग के लिए मैं उपकृत हूँ।
वाराणसी विश्वविद्यालय तथा पार्श्वनाथ जैन पुस्तकालय के अधिकारियों ने भी इस कार्य मे अपना पूर्ण सहयोग दिया है।, उनके प्रति भी मैं कृतज्ञ हॅू।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के संस्कृत - विभाग के वरिष्ठ अध्यापक डा० शङ्कर दयाल द्विवेदी ने भी मेरे शोध कार्य में अमूल्य, सहयोग दिया उसके लिएमैं उनकी सदैव ऋणी हूँ। इसके अतिरिक्त इस कार्य मे जिन लोगो का परोक्ष या अपरोक्ष रूप मे जो सहायता प्राप्त हुआ है, उसके लिए मै उन सब के प्रति आभार व्यक्त करती हूँ।
शोध कार्य को इस रूप में प्रस्तुत करने में मुझे श्रीमती अलका द्विवेदी के द्वारा जो सहयोग प्राप्त हुआ उसके लिए वे धन्यवाद की पात्र हैं।
गुरूजनों के आशीर्वाद से मेरा यह प्रयास आप सबके समक्ष प्रस्तुत है इसमें मेरी अल्पज्ञता से जो अशुद्धियाँ रह गयीं हों उनके लिए मैं विद्वज्जनों से क्षमा चाहती हूँ।
सविनय,
सीमा विनंती
(सीमा द्विवेदी)
शोधच्छात्रा