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________________ कर्मशाला परिकलन/63 समकोण त्रिभुज Lब=90° so A Base B । 3.3 प्रमेय परिभाषा :-समत्रिभुज में, आधार पर बना वर्ग त्रिभुज की अन्य भुजाओं पर बने वर्गों के । जोड़ के बराबर होता है। अस2 = अब+बस यानि क्षेत्र अ स य श-क्षत्र अ ब न म+क्षेत्रफल व स र ल । । 3.4 बाहरी कोण -(a+P) दो भीतरी कोणों का जोड़ 3.5 समान त्रिभुजों की विशेपताएं : जब दो त्रिभुजें आधार में एक जैसी हों लेकिन नाप अलग-2 हों तो वे समान होती है। A अ ब स और A अ स ल समान हैं। समान त्रिभुजों में अब- अब अब अय अस अल | 4. आयत, वर्ग, समान्तर चर्तुभुज और रोम्बस की विशेषताएं : ( 4.1 आयत चार भुजाओं वाली ऐसी आकृति है जिस के सभी कोण 90° के होते है। ० 42 वह आयत जिस की सभी भुजाएं बराबर हों तो उस को वर्ग कहा जाता है। ० 4.3 समान्तर चर्तुभुज चार भुजाओं वाली ऐसी आकृति है जिस की विपरीत भुजाएं समान्तर होती हैं अब स य एक समान्तर चर्तुभुज अ ब || य स और अय ॥ बस रेखा अस और य ब दो विकर्ण हैं। + - - - - / ०
SR No.010393
Book TitleKarmashala Parikalan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGurubachansingh Narang
PublisherHariyana Sahitya Academy Chandigarh
Publication Year1987
Total Pages149
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size10 MB
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