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सिज़्ज़ंसस्स णं घरही जाव सव्वदुक्खप्पहीएस्स एंगे सागरोवमसए विंकंते पन्नदृद्धिं च सेसं जहा मल्लि -
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स्स ।। १६५ ॥। ११ ॥
शांतिनाथ से III ( 3 ) पल्योपम ६५८४६८० वर्ष. धर्मनाथ से ३ सागगंप और मल्लिनाथ की अंतर अनंतनाथ से ७ सागरांपम और मल्लिनाथ का अंतर विमलनाथ से १६ सागरोपम वासु पूज्य से ४६ सागरोपम श्रेयांसनाथ से १०० सागरोपम और मल्लिनाथ का अंतर,
सीमलस्स अहो जाव सव्वदुक्खप्पहीणस्स एगा सागरोवमकोडी तिवासञ्चद्धनवमासाहियवायालीसवाससस्सेहिं ऊपिया विकता, एयंमि समए वीरे निव्वुचो, तोविय णं परं नव वाससयाई विक्कताई, दसमस्त य वाससयस् अयं असीमे संवच्छरे काले गच्छइ ॥ १६६ ॥ १० ॥
सुविहिस्स रहो पुप्फदंतस्स जाव सव्वदुक्खप्पहस्स दस सागरोवमकोडीयो विइक्कतायो, सेसं जहा सीलस्स, तंच इमं - तिवासश्रद्धनसवमाहियवायालीसवासमहस्सेहिं ऊणि विइक्कंता इच्चाई || १६७ ॥ ६ ॥
दहस्त णं रह जाव - प्पहीणस्स एगं सागरोवमकोडिसयं विइक्कंते, सेसं जहा सीलस्स, तंच इमं -तिवासच्चद्धनवमासाहियवायालीससहस्सेहिं ऊणगमिच्चाइ ॥
१६८ ॥ ८ ॥
रहयो जाव-पहीणस्स एगे सागरोवमकोडिसहस्स विकते, सेसं जहा सीलस्स, तंच इमं-तिवासग्रद्धनवमासाहियवायालीससहस्सेहिं ऊणिया इच्चाई ||
सुपासत
१६६ ॥ ७ ॥