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[ जिन सिद्धान्त
उत्तर - निष्क्रम्प अवस्था का नाम योगगुण की
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शुद्ध अवस्था है।
प्रश्न- सुख गुण की शुद्ध अवस्था किसे कहते हैं ? उत्तर - अनन्त सुख का नाम सुखगुण की शुद्ध अवस्था है, जिस सुखको अनन्तज्ञान अनन्तदर्शन भोग सकता है परन्तु क्षयोपशम ज्ञानादि भोग नहीं सकता।
प्रश्न – क्रिया गुण की शुद्ध अवस्था किसे कहते हैं? उत्तर - आत्मा की निष्क्रियत्व अवस्था अर्थात् गमनरहित अवस्था का नाम क्रियागुण की शुद्ध अवस्था है ।
प्रश्न- अव्यावाध गुण की शुद्ध अवस्था किसे कहते हैं ?
उत्तर - वेदनीय कर्म के प्रभाव से अव्यावाच गुण की शुद्ध अवस्था होती है।
प्रश्न- अवगाहन गुण की शुद्ध अवस्था किसे कहते है ?
उत्तर - नाम कर्म के अभाव से अवगाहन गुण की शुद्ध अवस्था होती है ।
प्रश्न - अगुरुलघुत्व गुण की शुद्ध अवस्था किसे कहते हैं ?